नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के भीतर जवाबदेही की जरूरत पर जोर देते हुए बुधवार को शीर्ष पार्टी नेताओं को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि सभी महासचिव और प्रभारी अपने प्रभार वाले राज्यों में संगठन व चुनाव परिणामों के लिए जवाबदेह होंगे।
दरअसल, खरगे ने बुधवार को पार्टी महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की एक अहम बैठक की। इसमें नए मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति के मुद्दे का भी जिक्र किया गया। खरगे ने कहा कि चयन समिति से प्रधान न्यायाधीश को बाहर करने से साफ है कि सरकार को उनकी निष्पक्षता पर भी भरोसा नहीं है।उन्होंने मतदाता सूचियों में कथित गड़बड़ी को लेकर कहा कि इस चुनौती से निपटना होगा। खरगे ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि कई बार पार्टी की मजबूती के लिए जल्दबाजी में कई लोगों को शामिल कर लिया जाता है, लेकिन विचारधारा में कमजोर लोग मुश्किल समय में भाग खड़े होते हैं।
‘असल फिसल पड़े और नकल चल पड़े’ यह पुरानी कहावत है, ऐसे लोगों से हम दूर रहें। आपको ऐसे लोगों को लाना चाहिए, जो वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध हों और जो मुश्किल समय में पार्टी के पीछे चट्टान की तरह खड़े रहें। यह टिप्पणी दिल्ली चुनाव में पार्टी की करारी हार को लेकर आई है।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने कार्य समिति की पिछली दो बैठकों में संगठनात्मक सृजन बात की थी। उस कड़ी में कई फैसले लिए जा चुके हैं। कुछ और फैसले जल्दी ही किए जाएंगे।’ इंदिरा भवन स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित बैठक में नए पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने पार्टी नेताओं से जमीनी स्तर पर काम करने, बूथ स्तर से पार्टी को मजबूत करने और ऐसे लोगों को बढ़ावा देने का आग्रह किया, जो संगठन के प्रति वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध हैं। खरगे ने संगठन में कुछ और बदलावों का भी संकेत दिया और कहा कि कुछ बदलाव पहले ही हो चुके हैं और कुछ और होने वाले हैं। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा, ‘मैं आपसे जवाबदेही की सबसे महत्वपूर्ण बात के बारे में बात करना चाहता हूं। राज्यों में संगठन को नया स्वरूप देने और भविष्य के सभी चुनाव परिणामों के लिए आप सभी को जवाबदेह ठहराया जाएगा।’ बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सभी महासचिव और विभिन्न राज्यों के प्रभारी शामिल थे। खरगे ने पार्टी नेताओं से कहा, ‘दिल्ली ने बदलाव के लिए मतदान किया और संसाधनों की कमी के बावजूद अच्छी लड़ाई लड़ने के लिए राज्य नेतृत्व के प्रयासों की सराहना की जाती है।’ कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पार्टी नेताओं को अगले पांच वर्षों में जनहित के मुद्दे उठाने चाहिए और संगठन को दिल्ली में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरने का प्रयास करना चाहिए। सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अमेरिका से निर्वासित भारतीयों का अपमान रोकने में विफल रहे। खरगे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री भारत पर अमेरिकी टैरिफ का विरोध करने में विफल रहे, जो न केवल देश बल्कि सभी भारतीयों का अपमान है।