भावनगर
महाराजा कृष्णकुमार सिंहजी भावनगर विश्वविद्यालय से संबद्ध नंदकुंवरबा महिला महाविद्यालय-देवराजनगर से बी.ए. विभाग के माइंड क्लब ने विश्व भर के विभिन्न मनोचिकित्सकों के प्रयोगात्मक मॉडलों की एक प्रदर्शनी आयोजित की। विकासात्मक सिद्धांत विभिन्न मनोवैज्ञानिकों द्वारा दिया गया है, जिनमें विश्व के महानतम मनोचिकित्सक भी शामिल हैं। आज की तनावपूर्ण परिस्थिति में लोग अनेक समस्याओं से घिरे हुए हैं। इसलिए, इस स्थिति से निपटने में सक्षम नहीं होने के कारण, लोग अपने बहुमूल्य जीवन को समाप्त कर देते हैं। वर्तमान जीवनशैली में मनुष्य अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है। जिनमें व्यावहारिक समस्याओं से लेकर पारिवारिक समस्याएं तक शामिल हैं। मनोवैज्ञानिकों ने इनमें से प्रत्येक समस्या के लिए प्रयोग किए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि व्यक्ति किस प्रकार इस स्थिति से बाहर निकल सकता है। और वे इसमें सफल भी हुए हैं। आज की विद्यार्थी आबादी भी अनेक समस्याओं से घिरी हुई है। फिर ऐसे प्रयोग के विश्लेषण से इसका खुलासा हो सकता है। विश्व के महानतम मनोवैज्ञानिक डॉ. सिगमंड फ्रायड और जे.बी. वॉटसन जैसे मनोवैज्ञानिकों ने कई प्रयोगात्मक मॉडल विकसित किए, जैसे मनोलैंगिक विकास के चरण, मनोसामाजिक विकास के तरीके, बौद्धिक चरण और इंटरसेक्स का प्रयोग। नंदकुंवरबा महिला महाविद्यालय-देवराजनगर से बी.ए. ये विभिन्न मॉडल विभाग के माइंड क्लब द्वारा तैयार और प्रदर्शित किए गए थे।