भुवनेश्वर
बीटेक की 20 वर्षीय नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की कथित आत्महत्या और उसके बाद परिसर में हुई अशांति की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। ओडिशा सरकार ने मामले की जांच कर रही उच्च स्तरीय समिति के समक्ष गवाही देने के लिए कलिंगा औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (केआईआईटी) के चार और अधिकारियों को तलब किया है। उच्च शिक्षा विभाग ने केआईआईटी के चीफ प्रॉक्टर पीके पटनायक, निदेशक संहिता मिश्रा, आंतरिक समिति की प्रमुख इप्सिता सत्पथी और सहायक निदेशक स्मारिका पति को तलब किया है।अलग-अलग अधिसूचनाओं में कहा गया कि उन्हें 27 फरवरी को अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सत्यब्रत साहू की अध्यक्षता वाली समिति के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। इससे पहले 21 फरवरी को केआईआईटी के संस्थापक अच्युत सामंत और विश्वविद्यालय के सात अन्य शीर्ष अधिकारी समिति के सामने पेश हुए थे। उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए थे।