भावनगर
‘काव्यविश्व.कॉम’ ने लता हिरानी की सात पुस्तकों का लोकार्पण किया 28 फरवरी 2025 को गुजरात विश्वकोष भवन में आयोजित किया जाएगा। निसर्ग हिरानी ने कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत किया। ये पुस्तकें हैं, गुर्जर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित उग्युं रे अज्वाला (गीत संग्रह), साव कोरो कागल (अछांदस काव्य संग्रह), तकधिनाधिन (बाल-किशोर नाटक), व्हालनु वावेतर (बाल उछेर), भावधारा (चिंतनशील लेख) तथा नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित केवो गड़बड़ घोटालो (अनुवाद), उठियाîी आंख (अनुवाद)। इन पुस्तकों का विमोचन पद्मश्री कुमारपाल देसाई, पद्मश्री प्रवीण दर्जी, गुजरात साहित्य अकादमी के अध्यक्ष भाज्ञेश झा, प्रसिद्ध कवि विनोद जोशी, प्रसिद्ध गायिका फाल्गुनी शशांक और मनुभाई शाह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में गुजरात के प्रसिद्ध गायक सौमिल मुंशी और आरती मुंशी, डॉ. गुजराती साहित्य परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप खांडवाला, प्रकाश एन. शाह, लेखिका प्रीति सेनगुप्ता, प्रफुल्ल रावल, किरीट दूधात, भगवान दास, निसर्ग अहीर, भीखेश भट्ट, कवि प्रताप सिंह डाभी, कवि तेजस दवे, जयंत डांगोदरा, मनीष पाठक, अनिता तन्ना, गिरिमा धारेखान, कल्पना रघु, हरीश खत्री, कवयित्री दक्षा पटेल, भार्गवी पंड्या, गोपाली बुच, रेणुका दवे सहित अनेक लेखक और साहित्य प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। गणमान्य व्यक्तियों के भाषण के बाद, लताबेन के पुत्र पार्थ हिरानी ने दृश्य-श्रव्य माध्यम से अपनी मां की साहित्यिक एवं जीवन यात्रा का सुंदर परिचय देकर श्रोताओं को आनंदित कर दिया। अंत में, लता हिरानी ने अपने उत्तर में अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। इसके बाद सुप्रसिद्ध गायिका फाल्गुनी शशांक ने लता हिरानी के गीत संग्रह ‘उग्युं रे अजवालु’ से पांच गीत प्रस्तुत किए।