वडोदरा: वडोदरा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए राउंड द क्लॉक काम शुरू कर दिया गया है, और इसके लिए 18 टीमें भी बनाई हैं। फरवरी महीने में कॉर्पोरेशन द्वारा शहर से 371 पशु पकड़े गए थे। जिनमें से 74 पशुओं को पांजरापोल और गौशालाओं में शिफ्ट किया गया था। गोपालकों 51 पशु मुक्त कराकर चले गए थे, जिसके बदले उनसे 3.46 लाख जुर्माना वसूला गया था। 28 गोपालकों के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की गई है, जबकी ढोरवाड़ों में जाकर जिन पशुओं की अभी टैगिंग बाकी हो उनकी कार्यवाही करते 293 पशुओं को टैगिंग की गई थी। इस महीने में छह गैरकानूनी ढोरवाड़ों को तोड़ा गया था। जबकी पशु छुड़ाने के लिए बार-बार अपराध करते हों ऐसे 17 के खिलाफ शिकायत हुई है। शहर के ईदगाह मैदान के पास घास बेचते सात गोपाल लोगों के खिलाफ पुलिस शिकायत हुई है, और 1100 किलो घास जब्त किया गया है। इस बीच वडोदरा कॉर्पोरेशन द्वारा नायब पुलिस कमिश्नर (ट्रैफिक) और अध्यक्ष, आवारा पशु नियंत्रण कमेटी को पत्र लिखकर बताया गया है कि आवारा पशुओं को पकड़ने की कार्यवाही के दौरान पशु मालिक कॉर्पोरेशन के वाहन के आगे पीछे अपने टू व्हीलर दौड़ाकर और चिल्लाकर पशुओं को भगाकर सरकारी कामकाज में बाधा डालते हैं। कई बार चिल्लाने से पशुओं के भड़क जाने के कारण दुर्घटना होने की घटनाएं बनती हैं, जिसके चलते नागरिकों के लिए खतरा खड़ा होता है। कई पशु पालकों की बाइक में नंबर प्लेट नहीं होती है या तो तोड़ दी गई होती है, साथ ही नंबर प्लेट पर गोबर लगाया गया होता है। जिससे नंबर प्लेट पढ़ी भी नहीं जा सकती इतना ही नहीं ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता है। बेकाबू स्पीड से अपने व्हीकल चलाते हैं। ऐसे 42 पशु मालिक की सूची पुलिस को सौंपी गई थी और उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया था।