वडोदरा: गुजरात सरकार की सरकारी बिजली कंपनियों में से जीसेक (गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड) में हेल्पर की 800 रिक्तियों पर भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आज वडोदरा में सरकारी बिजली कंपनियों के मुख्यालय के बाहर राज्य भर के उम्मीदवारों ने धरना दिया। उम्मीदवारों का कहना था कि परीक्षा लेने की घोषणा जून, 2022 में की गई थी। परीक्षा के लिए 5500 उम्मीदवारों ने फॉर्म भी भरे थे और उनकी जांच की कार्यवाही भी पूरी हो गई थी। उसके बाद जेटको ने परीक्षा लेना रद्द कर दिया था। इस बारे में हमने उस समय मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री और राज्य सरकार द्वारा हरी झंडी देने के बाद भी जीसेक के अधिकारी परीक्षा लेने के लिए तैयार नहीं हैं। क्योंकि हेल्परों के अधिकांश कार्य आउटसोर्सिंग एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे हैं। परीक्षा के लिए हम 15 दिन पहले भी वडोदरा स्थित जीसेक के मुख्यालय में गुहार लगाने के लिए आए थे। हालांकि उस समय हमें अंदर भी नहीं जाने दिया गया था। भर्ती मामले में अधिकारी जवाब नहीं दे रहे हैं और इसलिए आज हमें धरने पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है। जब तक हमें संतोषजनक जवाब नहीं मिलता तब तक हम धरने से उठने वाले नहीं हैं। उल्लेखनीय है कि जीसेक में पिछली बार 2005 में हेल्परों की भर्ती की गई थी। पिछले 20 वर्षों से हेल्परों की भर्ती नहीं हुई है। जिसके कारण नौकरी की उम्मीद में जीसेक में अप्रेंटिसशिप करने वाले हजारों उम्मीदवारों का भविष्य बर्बाद हो रहा है।