डाकोर: फाल्गुनी पूर्णिमा पर सुप्रसिद्ध तीर्थधाम डाकोर के ठाकुर भगवान श्री राजा रणछोड़रायजी के दर्शन का विशेष महत्व है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु पदयात्रा कर डाकोर पहुंचते हैं। तब होली पर्व को लेकर डाकोर जाने वाले मार्गों पर भीषण गर्मी में भी पैदल भक्तों का प्रवाह लाखों की संख्या में उमड़ रहा है। होली के पर्व पर रणछोड़रायजी के दर्शन का विशेष महत्व है। भगवान विशेष श्रृंगार में दिव्य स्वरूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। फाल्गुनी पूर्णिमा होने के साथ ही भगवान भक्तों के साथ होली खेलते हैं। भगवान पांच बार नवरंगों का खेल करते हैं और भक्तों को होली खिलाते हैं। होली पर्व का आनंद लेने और डाकोर के ठाकुर के साथ होली खेलने डाकोर जाने वाले मार्गों पर भक्तों का विशाल जनसमूह उमड़ रहा है। भक्त नाचते गाते डाकोर पहुंच रहे हैं और राजाधिराज के दर्शन करके होली के पर्व का आनंद लेने का सौभाग्य प्राप्त कर रहे हैं। पूरे डाकोर की गलियां जय रणछोड़ के जयकारों से गूंज उठी हैं, मंदिर परिसर से लेकर मंदिर जाने वाले सभी मार्ग रंगों से सजे हुए हैं।