छह लेन के राजमार्ग बनने से 45 मिनट यात्रा समय, वाहनों के ईंधन में 15 प्रतिशत तक की बचत होगी: जगदीश विश्वकर्मा
201.33 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग में 38 फ्लाईओवर-अंडरपास, दुर्घटनाओं में 41 प्रतिशत की कमी
गांधीनगर। आज विधानसभा में अहमदाबाद-राजकोट राष्ट्रीय राजमार्ग के बारे में मुख्यमंत्री महोदय की ओर से जानकारी देते हुए सहकार राज्य मंत्री जगदीशभाई विश्वकर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अहमदाबाद-राजकोट राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन का बनाने के लिए कुल रु. 3,350 करोड़ का खर्च किया जाएगा। कुल 201.33 किमी लंबे इस राष्ट्रीय राजमार्ग में से पहले चरण में शुरू किए गए 197 किमी में से 193 किमी यानी 98 प्रतिशत कार्य भौतिक रूप से पूर्ण हो गया है। मंत्री महोदय ने बताया कि, अहमदाबाद-राजकोट के छह लेन के बनने के बाद नागरिकों के यात्रा समय में लगभग 30 से 45 मिनट तक की बचत के साथ कुल यात्रा समय घटकर 2.32 घंटे होने का अनुमान है। जिसके परिणामस्वरूप वाहनों के ईंधन में अनुमानित 10 से 15 प्रतिशत तक की बचत होगी। इस परियोजना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि अहमदाबाद-राजकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुल 38 फ्लाईओवर-अंडरपास संरचनाओं का कार्य शामिल किया गया है, जिनमें से 34 फ्लाईओवर-अंडरपास संरचनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और 4 संरचनाओं का कार्य प्रगति पर है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन का करने से बार-बार दुर्घटनाएं होने वाले ब्लैक स्पॉट के स्थान पर वर्ष 2019 की तुलना में पिछले तीन वर्षों की औसत दुर्घटनाओं में लगभग 41 प्रतिशत की कमी आई है। इस सड़क पर कुल 34 ब्लैक स्पॉट थे, जिनमें से वर्तमान में कुल 31 ब्लैक स्पॉट का निपटारा कर दिया गया है और बाकी 3 ब्लैक स्पॉट का भी तेजी से निपटारा कराया जाएगा।
धोलेरा SIR पूरी तरह से कार्यरत होने पर लगभग 8 लाख रोजगार का सृजन होगा: जगदीश विश्वकर्मा
विधानसभा सदन में अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस वे से धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बारे में प्रश्न का मुख्यमंत्री महोदय की ओर से उत्तर देते हुए राज्यमंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने बताया कि ग्रीन फील्ड अलाइनमेंट में रु. 550.49 करोड़ की लागत से 9.56 किमी लंबाई के लिंक रोड का निर्माण किया जाएगा। धोलेरा SIR की जानकारी देते हुए मंत्री महोदय ने बताया कि अहमदाबाद जिले के धोलेरा में लगभग 920 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन के रूप में एक ग्रीनफील्ड इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी आकार ले रही है। जिसमें पहले चरण में 153 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कार्य शुरू किया गया है। मंत्री विश्वकर्मा ने बताया कि धोलेरा SIR में रिन्यू द्वारा सोलर सेल और सोलर मॉड्यूल के उत्पादन की सुविधा कार्यरत है तथा टाटा पावर द्वारा 300 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। इसी प्रकार, पॉलीकैब द्वारा इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट उत्पादन यूनिट के निर्माण की तथा टाटा सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्रा. लि. द्वारा पूरे देश में पहली कमर्शियल सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन फैसिलिटी के निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है। पूरे धोलेरा SIR द्वारा भविष्य में 8 लाख तक रोजगार सृजित होने की संभावना है, ऐसा राज्यमंत्री महोदय ने बताया था। विश्वकर्मा ने कहा कि धोलेरा SIR के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर के भाग के रूप में अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस-वे, अहमदाबाद-धोलेरा मेट्रो रेल ट्रांसपोर्ट तथा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तहत भीमनाथ से धोलेरा SIR तक फ्रेट रेल का निर्माण करने की योजना है। जिसमें 109 किमी लंबाई के अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस-वे का कार्य केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया है। जिसका कार्य मई-2025 तक पूर्ण करने की योजना है, ऐसा उन्होंने बताया था। इस एक्सप्रेस-वे की विशेषता के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस-वे के तटबंध के निर्माण में लगभग 35 लाख घन मीटर रिसाइकल्ड वेस्ट का उपयोग किया जाएगा। जिसमें अहमदाबाद की लगभग 80 एकड़ जमीन में फैले वेस्ट में से 29 एकड़ जमीन वेस्ट मुक्त हो जाएगी। इसके अलावा, अलग-अलग थर्मल पावर स्टेशन से अनुमानित 173.82 लाख घन मीटर फ्लाई ऐश की मात्रा भी एक्सप्रेस-वे के निर्माण में उपयोग की जाएगी। एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए कुल लगभग 97.19 हेक्टेयर क्षेत्र में 97,195 पेड़ भी लगाए जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि, इस क्षेत्र के वन्यजीवों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए 4.50 मीटर x 7 मीटर आकार के वाइल्ड लाइफ क्रॉसिंग का प्रावधान भी किया गया है। इसके अलावा, एक्सप्रेस-वे दैनिक दोनों ओर लगभग 25000 वाहनों की आवाजाही की क्षमता को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। जिस पर अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटे की रहेगी, ऐसा राज्यमंत्री महोदय ने बताया था। भविष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए उक्त एक्सप्रेस-वे को चार लेन से बारह लेन तक चौड़ा किया जा सकता है, ऐसा प्रावधान भी किया गया है, ऐसा मंत्री महोदय ने बताया था। उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय कनेक्टिविटी में वृद्धि करने के लिए इस एक्सप्रेसवे पर चार रास्तों के लिए अडालज जैसे क्लोवरलीफ को शामिल किया गया है।
सिक्स लेन का 80% कार्य पूर्ण, दिसम्बर-2025 तैयार हो जाएगा मार्ग
मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने बताया 2018 में इस रोड का काम शुरू किया गया था। 31/12/2024 की स्थिति के अनुसार काम 80% तक पूरा हो गया है, बाकी का 20% काम दिसंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 201 किलोमीटर के रास्ते में 38 फ्लाईओवर आते हैं, जिनमें से 34 फ्लाईओवर का काम पूरा हो चुका है। इस काम में देरी होने का मुख्य कारण वर्ष 2018, 2019 और 2020 में कोरोना के कारण काम नहीं हो सका। इसके अलावा स्थानीय प्रश्न, वन विभाग के कामकाज में थोड़ी समन्वय की कमी रहने से देरी हुई।
बनासकांठा के अमीरगढ़ और दांता तालुका में अब तक लगभग रु. 1,393 करोड़ के सड़क कार्य पूर्ण
विधानसभा में विधायक द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर मुख्यमंत्री महोदय की ओर से सहकार राज्य मंत्री जगदीशभाई विश्वकर्मा ने देते हुए बताया कि बनासकांठा के अमीरगढ़ और दांता तालुका में वर्ष 2012 से अब तक लगभग रु. 1,393 करोड़ के कुल 1,295.30 किमी सड़क कार्य पूर्ण किए गए हैं। राज्य मंत्री महोदय ने बताया कि बनासकांठा में राज्य की सबसे बड़ी बनास डेयरी तथा बनास मेडिकल कॉलेज स्थित है। इसके अलावा गुजरात के 1,600 किमी लंबे समुद्री तट के बंदरगाहों तक माल परिवहन के लिए राजस्थान और उत्तर भारत के अन्य राज्यों के कंटेनर और भारी वाहन पालनपुर से गुजरते हैं। देश में सबसे अच्छा सफेद संगमरमर अंबाजी से मिलता है। जिसका मंदिरों तथा जैन देरासरों में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है तथा उसका बड़े पैमाने पर निर्यात भी किया जाता है। इसलिए इस क्षेत्र में बड़े और भारी वाहनों की लगातार आवाजाही रहती है। जिससे दिन-प्रतिदिन बढ़ती ट्रैफिक की समस्या और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पालनपुर शहर में 24.53 किमी लंबाई और 60 मीटर चौड़ाई के नए चार लेन के बाईपास रोड की मंजूरी दी गई है। जिसके लिए रु. 1,075 करोड़ के टेंडर मंजूर किए गए हैं। मंत्री महोदय ने आगे बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने नमो शक्ति एक्सप्रेस-वे “डीसा-पीपावाव रोड” की 430 किमी लंबाई के लिए अनुमानित रु. 36,120 करोड़ का वर्ष 2025-26 के बजट में प्रावधान किया है। इस नमो शक्ति एक्सप्रेस-वे से उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के विभिन्न जिलों में समृद्ध कॉरिडोर का निर्माण होगा। इसके अलावा अंबाजी के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा कुल 66.15 हेक्टेयर जमीन में लगभग रु. 1,405 करोड़ की लागत से अंबाजी कॉरिडोर प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के नेतृत्व में तीर्थधाम अंबाजी के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा तारंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड कुल 116.65 किमी लंबी रेलवे लाइन का रु. 2,798.16 करोड़ की लागत से विकास कार्य शुरू किया गया है, ऐसा मंत्री महोदय ने आगे कहा था।