नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के ‘जज राष्ट्रपति को सलाह ना दें’ बयान पर आपत्ति जताई। सिब्बल ने कहा, ‘भारत में राष्ट्रपति नाममात्र का मुखिया होता है। राष्ट्रपति और राज्यपाल को सरकारों की सलाह पर काम करना होता है। मैं उपराष्ट्रपति धनखड़ की बात सुनकर हैरान हूं। काफी दुखी भी हूं। उन्हें किसी पार्टी की तरफदारी करने वाली बात नहीं करनी चाहिए।’सिब्बल ने कहा, ‘लोगों को याद होगा कि जब इंदिरा गांधी के चुनाव के बारे में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था, तो केवल एक जस्टिस कृष्ण अय्यर ने फैसला सुनाया था। इंदिरा को सांसद के पद से हटा दिया गया था। तब धनखड़ जी को यह मंजूर था, लेकिन अब सरकार के खिलाफ दो जजों की बेंच के फैसले पर सवाल उठाए जा रहे हैं।’