भावनगर
श्री कृष्णकुमारसिंहजी अंध उद्योग शाला की प्रज्ञाचक्षु बेटियों को उत्तम गृहिणी बनाने हेतु स्व. नीलाबेन एल. सोनाणी ने 2015 में आर्थिक सहयोग कर निष्ठा होन साईंस सेन्टर शुरू किया था। वहां शिक्षक के रूप में शनी-रवि में सेवा देकर अनेक बेटियों को विभिन्न व्यंजन सिखाए और घर को सुशोभन करने का मार्गदर्शन दिया। अपने अंतिम श्वास तक सेवा देने वाली स्व. नीलाबेन की चतुर्थ पुण्यतिथि पर शहर के गणमान्य व्यक्तियों की विशेष उपस्थिति में रविवार, 20 अप्रैल को शाम 7.30 बजे श्री कृष्णकुमारसिंहजी अंध उद्योग स्कूल के प्रांगण में अजवला फेस्टिवल ऑफ एक्टिंग शीर्षक के अंतर्गत दो नाट्य एकल कृतियाँ, ‘मारे कईंक बनवुं छे’ और ‘रतन गयुं रोल’ प्रस्तुत की गईं। प्रारंभ में संस्था के मानद मंत्री महेशभाई पाठक ने भावनगर जिला कलेक्टर डॉ. मनीष कुमार बंसल का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। बंसल ने अपने जवाब में कहा कि दिव्यांग व्यक्ति की शक्ति का सही मायनों में परिचय वही व्यक्ति दे सकता है जिसने इन समस्याओं का सामना किया हो। मैंने बचपन में इसका अनुभव किया था। इसलिए मैं भावनगर में हमारे दिव्यांग भाई-बहनों के सर्वांगीण विकास के लिए कुछ करना चाहता हूं। हमारे दिव्यांग भाई-बहनों की ताकत दिखाने के लिए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने स्कूल की गतिविधियों की प्रशंसा की। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्य, उद्योगपति गिरीशभाई सेठ, डॉ. जे.पी. मेयाणी (पूर्व कुलपति, जूनागढ़ विश्वविद्यालय), अनंतभाई के. शाह (संस्थापक ट्रस्टी-पीएनआर सोसायटी), भावनगर शहर आचार्य संघ के अध्यक्ष बटुकभाई पटेल, भावनगर शहर आचार्य संघ के महासचिव छगनभाई जाम्बूचा, बलवंतभाई तेजाणी (प्रसिद्ध भाषाविद्) के साथ ही पीएनआर सोसायटी, अंकुर मानसिक मंदित विद्यालय, खिल मूक-बधिर विद्यालय, लोढ़ावाला अस्पताल, एनएबी भावनगर जिला शाखा के ट्रस्टी एवं शहर के प्रबुद्ध नागरिक कार्यों को देखकर अभिभूत हुए। इस अवसर पर संस्थान के संगीत शिक्षक ऋषिकेशभाई पंड्या के नेतृत्व में विद्यालय के कला दल ने संगीत की मधुर धुनों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने 5 लाख रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की। उन्होंने दोनों नाटकों में भाग लेने वाले बच्चों को अखिल गुजरात दृष्टिहीनता जागरूकता ट्रस्ट की ओर से 10,000/- रुपये का पुरस्कार दिया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन स्कूल शिक्षक महेंद्रभाई पटेल द्वारा किया गया।