सूरत: सूरत के शिक्षक को व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल करके डिजिटल अरेस्ट का शिकार बनाया गया था। जिसमें आरोपियों ने शिकायतकर्ता को क्राइम ब्रांच के डीसीपी के रूप में पहचान दी थी। और शिक्षक को इन आरोपियों ने बताया कि, आपका विदेश से पार्सल आया है, जिसमें 5 पासपोर्ट, 3 एटीएम कार्ड तथा ड्रग्स मिला है। ऐसा डिजिटल अरेस्ट के नाम पर डराकर शिक्षक से 20 लाख रुपये ठग लिए थे। जिससे शिक्षक ने बाद में साइबर क्राइम सेल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल ने सात आरोपियों को जामनगर से गिरफ्तार कर लिया था। इस राशि में से 10.34 लाख रुपये इस गिरोह के साथियों के खातों में आ गए थे। पुलिस के हाथ लगे आरोपियों में ट्रांसपोर्टर, मोबाइल के व्यापारी, कॉलेज का छात्र, चाय का ठेला लगाने वाले सहित अन्य आरोपी शामिल हैं। जिनमें नूरमामाद साजिदभाई राजकोटिया (उम्र 23, धंधा-व्यापार, निवासी-ख्वाजा मंजिल, बर्धन चौक, मुल्ला मेडी, जोशी शेरी के सामने, दरबारगढ़, जामनगर), सुल्तान इम्तियाजभाई अलुला (उम्र 26, धंधा-ए.सी. रिपेयरिंग, निवासी-मक्का मंजिल के सामने, वसीला मिल वाली शेरी, हुसैनी गेट, कालवाड़ नाका बाहर हापा रोड, जामनगर), एजाज हनीफभाई दरवेश (उम्र 30, धंधा-छुटपुट मजदूरी, निवासी-सनसिटीवन शेरी नं. 01, मोरकंडा रोड, कालवाड़ नाका बाहर, जामनगर), मनजीतसिंह अवतारसिंह (उम्र 30, धंधा-व्यापार, मोबाइल की दुकान), निवासी-लीमाड़ा लाइन सोसायटी, शेरी नं. 3, भरत भवन घर के सामने, लीमाड़ा लाइन, जामनगर), राजदीपसिंह नटवरसिंह चुडासमा (उम्र 35, धंधा-व्यापार, निवासी-बंग्लो नं-95/5, स्ट्रीट नं-3, गोकुलधाम सोसायटी, गांधीनगर मेन रोड, जामनगर), सत्यपालसिंह पराक्रमसिंह जाडेजा (उम्र 21, निवासी-ब्लॉक नं-13, जागृति पानवाड़ी शेरी, खोडियार कॉलोनी, जामनगर मूल निवासी-गांव-पीपर ता. कालवाड़ जि. जामनगर) और यशपालसिंह भरतसिंह चौहान (उम्र 24, धंधा-मजदूरी, वर्तमान निवासी-कामदार कॉलोनी, नेमीनाथ सोसायटी, शेरी नंबर-3, जामनगर, मूल निवासी-गांव-कजुड़ा ता. खंभालिया) शामिल हैं।