मुख्यालय घेर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे शिक्षक
कोलकाता । पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में WBSSC के मुख्यालय का घेराव कर रहे प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने आयोग के चेयरमैन सिद्धार्थ मजूमदार को 40 घंटे बाद कार्यालय से जाने दिया। सिद्धार्थ मजूमदार 21 अप्रैल की रात से ही मुख्यालय के अंदर फंसे हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा, ‘हमारा धरना जारी रहेगा। अदालती कार्यवाही के बाद मजूमदार के कार्यालय लौटने पर उनका फिर से घेराव किया जाएगा।’ कलकत्ता हाई कोर्ट बुधवार को पश्चिम बंगाल स्कूल शिक्षा विभाग के खिलाफ अवमानना याचिका पर सुनवाई करेगा, जिसमें दावा किया गया है कि सरकार ने 26,000 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की ओएमआर शीट अपलोड नहीं की है।शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 22 अप्रैल को SSC अध्यक्ष से मुलाकात की। योग्य शिक्षक फोरम के प्रवक्ता चिन्मय मंडल ने बैठक के कहा- SSC ने 15,403 शिक्षकों के योग्य होने की बात कही है, जो संतोषजनक है। दरअसल, योग्य शिक्षकों की सूची जारी नही करने को लेकर गुस्साए हजारों शिक्षक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने 21 अप्रैल को शाम 6 बजे तक दोषी औप निर्दोष उम्मीदवारों की सूची जारी करने का वादा किया था। प्रदर्शन कर रहे शिक्षक उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक करने की मांग कर रहे है।सुप्रीम कोर्ट ने 3 अप्रैल को घोटाले से जुड़े कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा था। हाईकोर्ट ने 2016 की शिक्षक और स्टाफ भर्ती को अवैध बताते हुए 25,753 शिक्षकों की भर्ती को रद्द कर दिया था।