सूरत: कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष लोगों पर किए गए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में 26 निर्दोष भारतीयों ने जान गंवाई है। इस मानवता विरोधी निर्मम हमले का विरोध करने और हमले में जान गंवाने वाले भारतीय नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सूरत शहर जिला कांग्रेस समिति द्वारा आयोजित आतंकवाद की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग स्वेच्छा से शामिल हुए थे। यह आतंकवाद की अंतिम यात्रा सरदार कॉम्प्लेक्स से शुरू होकर सीता नगर चौक तक निकाली गई थी। जिसमें लोगों द्वारा आतंकवाद के पुतले को चप्पल मारकर, लातों से मारकर विभिन्न प्रकार से अपना गुस्सा व्यक्त किया गया था। अंतिम यात्रा सीता नगर चौक पहुंचने पर सूरत शहर जिला कांग्रेस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेशभाई सावलिया तथा शिक्षा समिति के पूर्व सदस्य सुरेशभाई सुहागिया, चेतनभाई रादड़िया, संजयभाई डाबरा, राजूभाई भालाला सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा आतंकवाद के पुतले को ब्रिज के ऊपर से फांसी पर लटकाकर सार्वजनिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से भावना और मांग व्यक्त की गई थी कि देश पर आई इस विकट परिस्थिति में पूरी कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ है। इंदिरा गांधी द्वारा पाकिस्तान पर हमला करके बांग्लादेश को अलग किया गया था, उसी तरह यह पूरा देश आज आपके निर्णय का इंतजार कर रहा है। तब हमें ऐसा कोई कठोर निर्णय लेकर पाकिस्तान के एक घाव को दो टुकड़े करके आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सेना को आदेश देना चाहिए, ऐसी मांग की गई थी। इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से भावना और मांग व्यक्त की गई थी कि देश पर आई इस विकट परिस्थिति में पूरी कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ है। इंदिरा गांधी द्वारा पाकिस्तान पर हमला करके बांग्लादेश को अलग किया गया था, उसी तरह यह पूरा देश आज आपके निर्णय का इंतजार कर रहा है। तब हमें ऐसा कोई कठोर निर्णय लेकर पाकिस्तान के एक घाव को दो टुकड़े करके आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सेना को आदेश देना चाहिए, ऐसी मांग की गई थी।