गृहमंत्री अमित शाह ने किया प्रतिमा का अनावरण, पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा गया
नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली में कैलाश कॉलोनी में पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमन्त बिस्वा सरमा, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और सांसद बांसुरी स्वराज भी मौजूद रहें। वहीं, बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की 35वीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस कार्यक्रम में पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखा गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में बोडोफा की प्रतिमा और मार्ग का नामकरण केवल बोडोलैंड के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश की छोटी-छोटी जाति जनजातियों के लिए सम्मान है। बताया गया कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने बोडो नेता उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के सम्मान में ग्रेटर कैलाश में ए-5 से ए-18 कैलाश कालोनी रोड का नाम बदलकर “बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा मार्ग” रखने की मंजूरी दे दी है। असम सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बोडोफा की 35वीं पुण्यतिथि भी मनाई गई। उन्हें शिक्षा को बढ़ावा देने, स्वदेशी पहचान की रक्षा करने और बोडो समुदाय के लिए शांतिपूर्ण सुधारों की वकालत करने में उनके अथक काम के लिए याद किया जाता है। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “बोडो समुदाय हमेशा से असम की विविध सांस्कृतिक पच्चीकारी का अभिन्न अंग रहा है। बोडोफा के मूल्य हमें मार्गदर्शन करते रहते हैं। उनके नेतृत्व ने युवाओं को आशा दी और उन्हें शांतिपूर्ण तरीकों से बदलाव की तलाश करने के लिए प्रोत्साहित किया। दिल्ली में आज का कार्यक्रम असम के लिए, विशेषकर बोडो लोगों के लिए गर्व का क्षण है। अधिकारों और पहचान के लिए बोडोफा के आजीवन संघर्ष को आज उचित मान्यता मिली है। मैं इस भाव के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं। उनके नेतृत्व ने शांति और स्थिरता लाई है। एकीकृत असम का सपना आखिरकार साकार हो रहा है। उदाहरण के लिए: असम विधानसभा अब राजनीतिक एकता का प्रतीक है, और बोडोलैंड आशा की किरण के रूप में खड़ा है। बीटीसीएलए में असम विधानसभा के बजट सत्र की उद्घाटन बैठक ‘शांति के बोडोलैंड मॉडल’ की पुनः पुष्टि थी, जो असम की लोकतांत्रिक यात्रा में एक मील का पत्थर है।