नई दिल्ली
अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंसाल्वेस लॉरेंसो का शनिवार को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में राजकीय स्वागत किया गया। इस मौके पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। बता दें कि राष्ट्रपति लॉरेन्स के इस यात्रा के बाद भारत और अंगोला के बीच व्यापार, ऊर्जा और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है। इस मौके पर राष्ट्रपति लॉरेंसो ने भारत और अंगोला के संबंध मे मजबूती पर जोर दिया। राष्ट्रपति लॉरेंसो कहा कि यह राजकीय यात्रा 38 साल बाद हो रही है, इसलिए यह अंगोला के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच दोस्ती और सहयोग को मजबूत करने के लिए अहम है। साथ ही उन्होंने भारत आने पर हुए उनके स्वागत को लेकर कहा कि हम भारत की जनता द्वारा दिए गए गर्मजोशी और सम्मानपूर्ण स्वागत के लिए आभारी हैं। इसके साथ ही अंगोला के राष्ट्रपति के साथ साझा प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति लोरेंसू और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूं। यह एक ऐतिहासिक पल है। 38 वर्षों के बाद, अंगोला के राष्ट्रपति की भारत यात्रा हो रही है।पीएम मोदी ने आगे कहा कि अंगोला के राष्ट्रपति की इस यात्रा से, न केवल भारत-अंगोला संबंधों को नई दिशा और गति मिल रही है, बल्कि भारत और अफ्रीका साझेदारी को भी बल मिल रहा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘इस वर्ष, भारत और अंगोला अपने राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। लेकिन हमारे संबंध, उससे भी बहुत पुराने हैं, बहुत गहरे हैं। जब अंगोला आजादी के लिए संघर्ष कर रहा था, तो भारत भी पूरी आस्था और मित्रतापूर्ण संबंधों के साथ अंगोला के साथ खड़ा था।