राज्य में कुल 56 महिला समरस ग्राम पंचायतें घोषित, 4876 नवनिर्वाचित सरपंच और महिला समरस ग्राम पंचायतों के 600 सदस्य होंगे शामिल
गांधीनगर । 4 जुलाई को गांधीनगर में नवनिर्वाचित सरपंचों और सदस्यों के अभिवादन समारोह का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में दोपहर 3 बजे आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में 4876 नवनिर्वाचित सरपंच तथा महिला समरस ग्राम पंचायतों के सदस्य शामिल होंगे। हाल ही में आयोजित हुए ग्राम पंचायत के चुनावों में 56 महिला समरस ग्राम पंचायतें घोषित की गई हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल वर्चुअल तरीके से 761 समरस ग्राम पंचायतों को 35 करोड़ रुपए से अधिक की ग्रांट आवंटित करेंगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्यमंत्री समरस ग्राम पंचायतों को ग्रांट के आवंटन के अलावा पंचायत उन्नति सूचकांक (पीएआई) के तहत नौ थीमों में से प्रत्येक में पहले स्थान पर रहने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंचों को प्रमाण पत्र वितरित करेंगे। इतना ही नहीं, कार्यक्रम में योजनागत ग्रांट की घोषणा भी की जाएगी। प्रोत्साहक और विभिन्न योजनाओं की ग्रांट के अंतर्गत कुल 1236 करोड़ रुपए से अधिक का प्रावधान किया गया है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे और प्रेरक संबोधन देंगे गुजरात के विभिन्न जिलों में असाधारण प्रदर्शन करने के लिए कुछ ग्राम पंचायतों को पंचायत उन्नति सूचकांक के अंतर्गत 9 थीमों में से प्रत्येक में प्रथम स्थान दिया गया है। देवभूमि द्वारका जिले की कल्याणपुर तहसील के जवानपर गांव को ‘गरीबी मुक्त और उन्नत आजीविका स्रोत वाली पंचायत’ के रूप में चुना गया है। गिर सोमनाथ की वेरावळ तहसील में स्थित नाखड़ा गांव को ‘स्वस्थ पंचायत’ के रूप में चुना गया है। वहीं, ‘बाल-अनुकूल पंचायत’ के रूप में अहमदाबाद की दस्क्रोई तहसील के कणियाल गांव को चुना गया है। आणंद तहसील के रासनोल गांव को ‘पर्याप्त जल वाली पंचायत’ थीम में पहला स्थान मिला है।
पंचमहाल जिले की शेहरा तहसील के नवा भुणिंद्रा गांव को ‘स्वच्छ एवं हरित पंचायत’ के रूप में चुना गया है। आणंद की सोजित्रा तहसील की त्रंबोवाड़ ग्राम पंचायत ने ‘बुनियादी ढांचे वाली पंचायत’ थीम में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। पंचमहाल जिले की घोघंबा तहसील की दांतोल ग्राम पंचायत ने ‘सामाजिक रूप से न्यायसंगत और सुरक्षित पंचायत’ थीम में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। वडोदरा की सावली तहसील के नरपुरा गांव को ‘सुशासन वाली पंचायत’ की थीम में पहला स्थान मिला है और पंचमहाल जिले की शेहरा तहसील के छोगाळा गांव को ‘महिला-अनुकूल पंचायत’ की थीम में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
भावनगर में सबसे अधिक समरस ग्राम पंचायतें महिला समरस ग्राम पंचायतों में मेहसाणा शीर्ष पर
इस वर्ष आयोजित संपन्न ग्राम पंचायत के चुनावों में भावनगर सर्वाधिक 103 समरस ग्राम पंचायतों के साथ राज्य में शीर्ष स्थान पर है। महिला समरस ग्राम पंचायतों की बात करें, तो सबसे अधिक 9 ग्राम पंचायतें मेहसाणा जिले में घोषित की गई हैं। शीर्ष 5 समरस ग्राम पंचायतों में भावनगर के बाद मेहसाणा (90), पाटण (70), बनासकांठा (59) और जामनगर (59) शामिल हैं। वहीं, महिला समरस ग्राम पंचायतों की टॉप 5 की सूची में मेहसाणा (9), पाटण (7), भावनगर (6), बनासकांठा (6) और वडोदरा (4) शामिल हैं।
समग्र गुजरात में दसक्रोई तहसील की कणियाल ग्राम पंचायत को मिला ‘बाल-अनुकूल पंचायत’ का अवॉर्ड
पूरे गुजरात में ‘बाल-अनुकूल पंचायत’ का अवॉर्ड दसक्रोई तहसील की कणियाल ग्राम पंचायत को प्राप्त हुआ है। इस अवॉर्ड के पैमानों में टीकाकरण, पोषण की स्थिति, शिक्षा और कन्या शिक्षा शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि इन नौ थीमों में ‘गरीबी मुक्त और उन्नत आजीविका वाली पंचायत’, ‘स्वस्थ पंचायत’, ‘बाल-अनुकूल पंचायत’, ‘जल-पर्याप्त पंचायत’, ‘स्वच्छ एवं हरित पंचायत’, ‘आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाली पंचायत’, ‘सामाजिक रूप से न्यायसंगत एवं सुरक्षित पंचायत’, ‘सुशासन वाली पंचायत’ और ‘महिला-अनुकूल पंचायत’ शामिल हैं।‘बाल-अनुकूल पंचायत’ का पुरस्कार प्राप्त करने वाले दसक्रोई तहसील के कणियाल गांव ने 100 फीसदी टीकाकरण की उपलब्धि हासिल की है। इसके अलावा, स्कूल नामांकन में 100 फीसदी, कन्या शिक्षा में 100 फीसदी और आंगनबाड़ी में 100 फीसदी दाखिले के साथ ही कुपोषण के मामले नगण्य हैं। कणियाल गांव के सरपंच उमेदसिंह झाला ने कहा कि ‘बाल-अनुकूल पंचायत’ अवॉर्ड हमारे गांव के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इतना ही नहीं, हमें यह अवॉर्ड सभी विभागों के सहयोग से प्राप्त हुआ है। इस अवॉर्ड में कुमार शाला, कन्या शाला, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता सहित और पंचायत सहित प्रत्येक विभाग का सहयोग शामिल है।

