असम, एमपी और महाराष्ट्र में भयंकर बाढ़ की स्थिति
नई दिल्ली
देशभर में दक्षिण-पश्चिम मानसून जमकर बरस रहा है। मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 15% ज्यादा बारिश हो चुकी है। इस समय तक 221.6mm बारिश होनी थी, लेकिन 254mm हो चुकी है। इसके साथ ही कई राज्यों में नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। केंद्रीय जल आयोग (सीडबल्यूसी) की ताजा बुलेटिन के मुताबिक, असम, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की चार नदियों में गंभीर बाढ़ की स्थिति है, जबकि देश के अन्य 11 स्थानों पर नदियां चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही हैं। सीडबल्यूसी के मुताबिक, असम के गोलाघाट जिले में ढनसिरी (दक्षिण) नदी और नुमालीगढ़ क्षेत्र में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। हालांकि इन नदियों के जल स्तर में अब धीरे-धीरे गिरावट देखी जा रही है, फिर भी प्रशासन अलर्ट मोड पर है। मध्य प्रदेश के मंडला में नर्मदा नदी का जलस्तर 437.67 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से ऊपर है। राहत की बात यह है कि इसका जलस्तर अब घट रहा है। उधर, महाराष्ट्र के भंडारा जिले में वैनगंगा नदी भी 245.8 मीटर तक पहुंच चुकी है और लगातार बढ़ रही है, जिससे स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है। बाढ़ की यह स्थिति सिर्फ इन राज्यों तक सीमित नहीं है। असम, बिहार, ओडिशा और उत्तर प्रदेश के 11 अन्य स्थानों पर भी नदियां चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही हैं। इनमें असम में ब्रह्मपुत्र (नेमाटीघाट और तेजपुर), डिखो नदी (शिवसागर) और कुशियारा (करीमगंज) शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में घाघरा नदी (एल्गिनब्रिज), बिहार में गंडक (डुमरिया घाट), और ओडिशा में बैतरणी और जलका नदियों में जलस्तर बढ़ा हुआ है। हालांकि इन नदियों में कुछ जगहों पर पानी स्थिर हो गया है या घट रहा है, जिससे बाढ़ की स्थिति थोड़ी राहत में दिख रही है। केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि देश भर में 35 ऐसे डैम और बैराज हैं, जहां पानी का बहाव खतरे के स्तर को पार कर गया है। इसमें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, झारखंड, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के प्रमुख जलाशय शामिल हैं जैसे श्रीशैलम, मैथन, आलमट्टी, इंदिरा सागर और दुर्गापुर बैराज। इन क्षेत्रों में जल प्रबंधन की निगरानी बढ़ा दी गई है।
गुजरात में औसत से अधिक बारिश
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (SEOC), गांधीनगर के अनुसार, मानसून सीजन में राज्य में औसतन 46.89% की तुलना में कच्छ में सबसे अधिक 56% बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा, दक्षिण गुजरात में 51.12%, सौराष्ट्र में 45.92%, पूर्व मध्य में 45.29%, और उत्तर गुजरात में 41.62% औसत बारिश दर्ज की गई है। मौजूदा सीजन में राज्य के 42 तालुकों में औसतन 40 इंच तक, 15 तालुकों में 80 इंच तक, और 126 तालुकों में औसतन 10 से 20 इंच तक बारिश हुई है। पिछले 24 घंटों में बोर्सद में लगभग 4 इंच, गोधरा में 3.7 इंच, गांधीधाम में 2.3 और 2.2 इंच, तथा देवभूमि द्वारका में 2 इंच बारिश दर्ज की गई है।

