राज्य में 2024-25 में जीएसटी राजस्व संग्रहण 1,36,748 करोड़ रुपए रहा
गांधीनगर
जीएसटी लागू होने के बाद गुजरात में सालाना आधार पर नए करदाताओं की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। 8 वर्ष पहले जब जीएसटी लागू हुआ था, तब राज्य में 5.15 लाख से अधिक करदाता थे, जिसकी तुलना में आज 2024-25 में 145 फीसदी की वृद्धि के साथ राज्य में करदाताओं की संख्या 12.46 लाख के पार हो चुकी है, जो दोगुनी से भी अधिक है। पंजीकृत करदाताओं की संख्या की दृष्टि से गुजरात आज देश में तीसरे स्थान पर है, जो इसकी बढ़ती आर्थिक गतिविधियों और कर अनुशासन का बेहतरीन उदाहरण है। वर्ष 2024-25 के लिए करदाताओं की संख्या में 6.38 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो राष्ट्रीय औसत वृद्धि 3.86 फीसदी और कई अन्य राज्यों की तुलना में बहुत अधिक है। करदाताओं की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ गुजरात के राजस्व में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और वित्त मंत्री कनुभाई देसाई के नेतृत्व में गुजरात में वर्ष 2024-25 के दौरान 1,36,748 करोड़ रुपए का जीएसटी राजस्व संग्रह हासिल हुआ, जो गत वर्ष की तुलना में 11,579 करोड़ रुपए अधिक है। राज्यों से हुई जीएसटी आय के मामले में गुजरात देश में तीसरे स्थान पर है, जो देश के घरेलू जीएसटी संग्रह में 8.2 फीसदी का योगदान देता है। राज्यों को होने वाली राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) की आय के मामले में भी गुजरात ने अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। वर्ष 2024-25 में गुजरात ने एसजीएसटी और आईजीएसटी के माध्यम से कुल 73,200 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया है, जो गत वर्ष के मुकाबले 8,752 करोड़ रुपए अधिक है। वर्ष 2024-25 एसजीएसटी और आईजीएसटी की आय में राष्ट्रीय औसत वृद्धि दर 10.31 फीसदी की तुलना में गुजरात ने 13.6 फीसदी की वृद्धि दर हासिल की है यह अतिरिक्त आय गुजरात में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा सुविधाओं के विकास कार्यों को गति देगी।

