- संसदीय समिति के सामने Air India का जवाब, ‘ड्रीमलाइनर सबसे सुरक्षित’
अहमदाबाद
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने अहमदाबाद विमान हादसे के 26 दिन बाद प्राइमरी जांच रिपोर्ट मंगलवार को केंद्र सरकार को सौंपी। प्राइमरी रिपोर्ट शुरुआती जांच में मिले सबूतों और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है।इससे पहले 28 जून को केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया था कि विमान हादसे की जांच सभी पहलुओं से की जा रही है, जिसमें साजिश (सैबोटाज) की संभावना को भी खंगाला जा रहा है। वहीं, 3 महीने में विस्तृत जांच रिपोर्ट आ सकती है।12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI 171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। सिर्फ एक यात्री इस हादसे में जिंदा बचा है।इस बीच कंपनी ने बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का बचाव करते हुए कहा कि यह सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है संसद की एक समिति ने सिविल एविएशन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, एयरलाइन और एयरपोर्ट अधिकारियों के साथ चर्चा की. इस दौरान कई सांसदों ने एअर इंडिया विमान दुर्घटना के संबंध में सवाल किए और पूछा कि इस पर रिपोर्ट कब तक तैयार होगी. सूत्रों के मुताबिक सदस्यों ने अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद श्रीनगर के हवाई किराये में अचानक बढ़ोतरी पर भी चिंता जताई.संसद समिति के कुछ सदस्यों ने नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) से ऑडिट की मांग भी की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता वाली लोक लेखा समिति (पीएसी) ने एअर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक (एमडी) कैंपबेल विल्सन समेत एयरलाइन के शीर्ष प्रतिनिधि से मुलाकात की.समिति के सदस्यों की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में विल्सन ने कहा, “हम भी दुर्घटना को लेकर चिंतित हैं. दुनियाभर में 1100 ड्रीमलाइनर्स उड़ान भर रहे हैं और इन विमानों को सबसे सुरक्षित माना जाता रहा है. इससे पहले इस तरह की कोई घटना सामने नहीं आई थी ये अपने-आप में बड़ी घटना है.”इस बैठक में हवाई यात्रा के टिकट की कीमतों का मुद्दा भी उठा।
सरकार ने 19 मृतकों के पार्थिव अवशेषों का अंतिम संस्कार किया
सरकार को अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों में 26 मृतकों के पार्थिव अवशेष प्राप्त हुए जिसमें सरकार ने 19 मृतकों के पार्थिव अवशेषों का अंतिम संस्कार किया जबकि 7 मृतकों के अवशेष उनके परिजनों ने प्राप्त कर अंतिम संस्कार किया। मुस्लिम मृतक के अवशेषों को दफनाने के समय कुरान शरीफ की आयतें पढ़ी गईं। हिंदू मृतकों के अवशेषों का अंतिम संस्कार वडज स्मशान में किया गया, साथ ही अस्थि विसर्जन साबरमती नारायण घाट पर किया गया।

