नई दिल्ली । रेल मंत्रालय ने रेलवे भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी, सरल और तकनीक-आधारित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की है। इन सुधारों का उद्देश्य उम्मीदवारों की सुविधा, परीक्षा में निष्पक्षता और नियुक्तियों में तेजी लाना है।
प्रमुख सुधार:
एक बार रजिस्ट्रेशन (OTR) प्रणाली
अब उम्मीदवारों को हर भर्ती के लिए अलग से आवेदन नहीं करना पड़ेगा। एक बार रजिस्ट्रेशन से सभी भर्तियों में आवेदन आसान होगा।
आधार आधारित e-KYC और रीयल-टाइम फेस रिकग्निशन
परीक्षा में धोखाधड़ी रोकने के लिए आधार आधारित पहचान सत्यापन, चेहरा मिलान और फोटो वेरिफिकेशन अनिवार्य किया गया है।
नई सालाना भर्ती कैलेंडर व्यवस्था
2024 से सभी ग्रुप “C” पदों (ALP, NTPC, टेक्नीशियन, RPF, पैरामेडिकल, लेवल-1) के लिए सालभर का परीक्षा कैलेंडर घोषित किया गया है। इससे उम्मीदवारों को परीक्षा की तारीखों और चरणों की पूर्व जानकारी मिलती है।
2024 में कुल 1,08,324 पदों पर भर्ती
लेवल-1 पद: 32,438 पद | आवेदन: 1.11 करोड़, NTPC: 11,558 पद | आवेदन: 1.21 करोड़, ALP: 18,799 पद | आवेदन: 18.40 लाख, टेक्नीशियन: 14,298 पद | आवेदन: 27 लाख से अधिक, जेई: 7,951 पद | आवेदन: 11 लाख, RPF (SI व कांस्टेबल): 4,660 पद आवेदन: 60 लाख से अधिक
परीक्षा का समय कम हुआ
अब सूचना से परीक्षा तक का समय घटाकर औसतन 8 महीने कर दिया गया है। भविष्य में यह समय और कम किया जाएगा।
इन्फ्रास्ट्रक्चर और तकनीकी बदलाव:
देशभर में 325+ परीक्षा केंद्र, हर दिन संचालन में।
परीक्षा केंद्र अब उम्मीदवार के घर से 250 किमी के भीतर, अधिकतम 500 किमी तक। 100% मोबाइल जैमर का इस्तेमाल, जून 2025 RRB परीक्षा में जीरो चीटिंग रिपोर्ट की गई। 5500+ हाई-कैपेसिटी सर्वर, पेपर विशेषज्ञों द्वारा रिव्यू और अनुवादित। CBAT और टैबलेट आधारित परीक्षा से इंटरनल प्रमोशन भी तेज और निष्पक्ष।
उम्मीदवारों के हित में फैसले: लेवल-1 पदों के लिए अब 10वीं, ITI या नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट मान्य योग्यता।
वेटलिस्ट में तात्कालिक समायोजन: जो उम्मीदवार नहीं जॉइन करते, उनकी जगह दूसरों को तुरंत मौका।
धार्मिक प्रतीकों की अनुमति: अब परीक्षा में धार्मिक चिह्नों पर रोक नहीं होगी, लेकिन सुरक्षा मानकों का पालन रहेगा।
RRB वेबसाइटों को PwBD फ्रेंडली और एक्सेसिबल बनाया गया है।
रेलवे भर्ती में यह सुधार समावेशी, पारदर्शी और आधुनिक भारत की तस्वीर पेश करते हैं। तकनीक के बेहतर उपयोग और उम्मीदवारों की सुविधा पर केंद्रित इन बदलावों से न केवल प्रक्रिया तेज होगी, बल्कि विश्वास भी बढ़ेगा।

