नई दिल्ली
जून में खुदरा मुद्रास्फीति छह साल के निचले स्तर 2.10% पर पहुंच गई। सरकार की ओर से सोमवार को इससे जुड़े आंकड़े साझा किए गए। आंकड़ों के अनुसार जून में खुदरा मुद्रास्फीति कई वर्षों के निम्नतम स्तर 2.1 प्रतिशत पर पहुंच गई है। खुदरा मुद्रास्फीति जून में छह साल से अधिक के निचले स्तर 2.1 प्रतिशत पर आ गई। मुख्य कारण सब्जियों, दालों, मांस और दूध सहित खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मई में 2.82 प्रतिशत और जून 2024 में 5.08 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने एक बयान में कहा कि जून, 2024 की तुलना में जून, 2025 के लिए सीपीआई पर आधारित वर्ष-दर-वर्ष मुद्रास्फीति दर 2.1 प्रतिशत है।इसमें कहा गया है, “मई 2025 की तुलना में जून 2025 की हेडलाइन मुद्रास्फीति में 72 आधार अंकों की गिरावट है। यह जनवरी 2019 के बाद साल-दर-साल सबसे कम मुद्रास्फीति है।” इससे पहले जनवरी 2019 में 1.97 प्रतिशत की न्यूनतम दर दर्ज की गई थी।एनएसओ ने कहा कि जून 2025 में हेडलाइन मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट मुख्य रूप से अनुकूल आधार प्रभाव और सब्जियों, दालों और उत्पादों, मांस और मछली, अनाज और अन्य उत्पादों, चीनी और मिष्ठान्न, दूध और उत्पादों और मसालों की कीमतों में नरमी के कारण कारण है।

