हादसे में पायलट का रोल बता रही रिपोर्ट को जांच कर रही एजेंसी ने किया खारिज
नई दिल्ली। अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे को लेकर कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों की तरफ से लगातार फैलाए जा रहे असत्य और अपुष्ट दावों पर भारत की विमान दुर्घटना जांच एजेंसी एएआईबी ने कड़ी आपत्ति जताई है। एजेंसी ने इसे गैर-जिम्मेदाराना और जांच की निष्पक्षता को नुकसान पहुंचाने वाला बताया है। एएआईबी की यह प्रतिक्रिया द वॉल स्ट्रीट जर्नल की उस रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें दावा किया गया कि दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के कॉकपिट रिकॉर्डिंग में एक पायलट की तरफ से जानबूझकर इंजन में ईंधन की आपूर्ति बंद करने की बात सामने आई है। एएआईबी ने अपने बयान में कहा, ‘हमने देखा है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थाएं जांच पूरी होने से पहले ही मनगढ़ंत निष्कर्ष निकालने की कोशिश कर रही हैं। यह बेहद गैर-जिम्मेदाराना है।’ एजेंसी ने कहा, ‘जांच अभी पूरी नहीं हुई है। ऐसे में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। कृपया भ्रामक सूचनाएं फैलाने से बचें, क्योंकि इससे जांच की निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है। अंतिम रिपोर्ट में ही हादसे के असली कारणों और सुधार की सिफारिशों का खुलासा किया जाएगा।’ विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने अपने पत्र में कहा, एएआईबी विमान (दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच) नियम, 2017 के अनुसार काम करता है और भारत सरकार के दायित्वों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार है। एएआईबी के पास 2012 में अपनी स्थापना के बाद से 92 दुर्घटनाओं और 111 गंभीर घटनाओं की जांच करने का एक त्रुटिहीन रिकॉर्ड है। अब भी, दुर्भाग्यपूर्ण एयर इंडिया के बी787-8 विमान वीटी-एएनबी की जांच के अलावा, कई अन्य दुर्घटनाओं और गंभीर घटनाओं की जांच चल रही है।
अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा किया गया है कि क्रैश होने वाले एयर इंडिया विमान के एक पायलट ने प्लेन के फ्यूल को बंद किया था. रिपोर्ट के पीछे दोनों पायलटों की आखिरी बातचीत की कॉकपिट रिकॉर्डिंग का हवाला दिया गया है. हालांकि भारत के नागरिक उड्यन मंत्री राम मोहन नायडू ने रिपोर्ट को केवल प्रारंभिक निष्कर्षों पर आधारित बताते हुए कहा कि अभी फाइनल निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए. इसके साथ ही इस रिपोर्ट पर पायलट एसोसिएशन में भी नाराजगी है.

