- मुख्यमंत्री ने जीआरआईटी के नवनिर्मित कार्यालय का उद्घाटन व वेबसाइट एवं डिजिटल डैशबोर्ड की लॉन्चिंग की
गांधीनगर । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विश्वास व्यक्त किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए विकसित भारत@2047 के संकल्प को साकार करने में गुजरात इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन (जीआरआईटी यानी ग्रिट) की कार्यपद्धति और सफल रणनीतियों के परिणामस्वरूप गुजरात लीड लेने को तैयार है राज्य की विकास रणनितियों के नेतृत्व के लिए थिंक टैंक के रूप में कार्य करने के उद्देश्य से गुजरात इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन (जीआरआईटी) का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को गांधीनगर में ‘ग्रिट’ के नवनिर्मित कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने मुख्य सचिव पंकज जोशी की उपस्थिति में ‘ग्रिट’ वेबसाइट और डिजिटल डैशबोर्ड की लॉन्चिंग की तथा ‘ग्रिट’ द्वारा गहनता से तैयार किए गए पॉलिसी पेपर्स, वर्कशॉप रिपोर्ट्स और सेक्टर स्पेसिफिक पर डीप डाइव स्टडी रिपोर्ट्स का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्पष्ट रूप से कहा कि गुजरात जिन क्षेत्रों में आगे है, उसे और गति से अग्रसर बनाने तथा अन्य जरूरतमंद क्षेत्रों में और आगे बढ़ने के लिए योजनाबद्ध सुझाव देने में ‘ग्रिट’ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। पटेल ने ‘ग्रिट’ के युवा कर्मयोगियों की टीम को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए विकसित भारत के संकल्प में विकसित गुजरात के माध्यम से अंतिम छोर पर स्थित लोगों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ लेने हमारी प्रतिबद्धता में ‘ग्रिट’ जैसे इंस्टीट्यूट के सुझाव-अनुशंसाएँ मार्गदर्शक सिद्ध होंगे। मुख्यमंत्री द्वारा लॉन्च की गई वेबसाइट पर ‘ग्रिट’ का विजन और मिशन, गवर्निंग बॉडी और ‘ग्रिट’ के कार्यों का विवरण, नीतिगत दस्तावेज, शोध रिपोर्ट, इकोनॉमिक मास्टर प्लान के अंतर्गत प्रोजेक्ट्स का विवरण आदि उपलब्ध कराया जाएगा।
‘ग्रिट’ का डिजिटल डैशबोर्ड राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा शुरू किए जाने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की नियमित समीक्षा के लिए कार्यरत किया गया है। मुख्यमंत्री ने जीआरआईटी द्वारा तैयार महत्वपूर्ण दस्तावेजों का भी अनावरण किया, जिनमें ब्लू स्काई पॉलिसी और ई-वेस्ट मैनेजमेंट पॉलिसी पर नीति नोट्स, फसलों की कटाई के बाद के नुकसान, फार्मा क्षेत्र, ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग में वर्तमान परिस्थिति और अवसर, प्रथम 1000 दिनों में पोषण, मूल्यांकन क्षमता को मजबूत करने जैसे विषयों पर वर्कशॉप रिपोर्ट
का शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने जीआरआईटी के माध्यम से गुजरात में मेडिकल वैल्यू टूरिज्म (एमवीटी) को बढ़ाने, राज्य के फिनटेक इकोसिस्टम को मजबूत बनाने और निर्यात कार्यों में सुधार करने और राज्य की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र के तेज विकास के लिए संस्थागत पद्धतियां बनाने जैसे विषयों पर तैयार किए गए डीप डाइव स्टडीज रिपोर्ट का भी अनावरण किया।

