99% भारतीय सामानों को टैरिफ में राहतः कई साल की मेहनत के बाद समझौता हुआ: मोदी , समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा: स्टार्मर
लंदन। भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) हो गया है। PM मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में गुरुवार को लंदन में एग्रीमेंट पर दस्तखत हुए। इस समझौते पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल और व्यापार एवं व्यापार राज्य मंत्री श्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने दोनों प्रधानमंत्रियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इसे लेकर दोनों देशों के बीच 3 साल से बातचीत चल रही थी।समझौते के बाद नेताओं ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पीएम मोदी ने समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए खुशी जताई। इस दौरान उन्होंने भारत- इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, जब भारत और यूके मिले और वह भी टेस्ट सीरीज के दौरान तो क्रिकेट का जिक्र तो करना ही होगा। दोनों देशों के लिए क्रिकेट एक खेल नहीं है। एक पैशन है। हम दोनों देशों के बीच हाई स्कोरिंग पार्टनरशिप बनाने में जुटे हैं।इस दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर ने इसे ‘ऐतिहासिक करार’ बताया। आगे उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा, खासकर कामगारों, व्यापारियों और निवेशकों के लिए। वहीं, पीएम मोदी ने भी कहा कि आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिवस है। मुझे खुशी है कि कई वर्षों की मेहनत के बाद, आज दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता संपन्न हुआ है।इस समझौते से भारत से ब्रिटेन को होने वाले 99% निर्यात पर टैरिफ यानी आयात शुल्क में राहत मिलेगी। इसका मतलब है कि भारत से जो सामान ब्रिटेन भेजा जाएगा, उस पर लगने वाला टैक्स या तो बहुत कम हो जाएगा या पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समझौता व्यापार को आसान और सस्ता बनाएगा। इससे न केवल व्यापार की गति तेज होगी, बल्कि नौकरी के अवसर भी बढ़ेंगे। स्टार्मर ने कहा कि इस समझौते से ब्रिटेन में निवेश और निर्यात में करीब 6 अरब पाउंड की बढ़ोतरी हुई है। भारतीय कंपनियां ब्रिटेन में अपना विस्तार कर रही हैं और ब्रिटिश कंपनियों को भारत में नए व्यापार अवसर मिल रहे हैं। वहीं, ब्रिटेन की कंपनियों के लिए भी यह समझौता फायदेमंद होगा। अब उन्हें भारत में व्हिस्की, कार और दूसरे उत्पाद बेचने में पहले से ज्यादा आसानी होगी।भारत इन प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को घटाकर 15% से 3% करेगा। समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार हर साल करीब 3 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ सकता है। भारत और यूके के बीच हुए ट्रेड एग्रीमेंट को ब्रिटिश संसद से अप्रूवल मिलना बाकी है। इसमें 6 महीने से 1 साल तक का वक्त लग सकता है। इससे पहले 6 मई को दोनों देशों के बीच डील फाइनल हुई थी।FTA का मतलब है फ्री ट्रेड एग्रीमेंट, जिसे हिंदी में ‘मुक्त व्यापार समझौता’ कहा जाता है। यह ऐसा समझौता होता है जो दो या अधिक देशों के बीच होता है, ताकि वे आपस में सामान और सेवाओं का व्यापार आसानी से कर सकें और उस पर कम टैक्स (ड्यूटी) लगाएं या बिल्कुल टैक्स न लगाएं।इससे दोनों देशों की कंपनियों को फायदा होता है, क्योंकि उनका सामान सस्ता हो जाता है जिससे लोग ज्यादा खरीदारी करते हैं। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने इस ऐतिहासिक समझौते को संभव बनाने में सहायक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और दृढ़ प्रतिबद्धता के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा: यह सीईटीए दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार संबंधों में एक मील का पत्थर है, जो एक महत्वाकांक्षी और संतुलित ढाँचा स्थापित करता है। यह ब्रिटेन को 99% भारतीय निर्यात पर टैरिफ-मुक्त पहुँच प्रदान करता है, जिसमें लगभग 100% व्यापार मूल्य शामिल है – जिसमें श्रम-प्रधान क्षेत्र भी शामिल हैं, जो ‘मेक इन इंडिया’ पहल को आगे बढ़ाता है और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का आधार तैयार करता है। इसमें विभिन्न क्षेत्रों को कवर करते हुए वस्तुओं और सेवाओं में महत्वाकांक्षी प्रतिबद्धताएँ शामिल हैं, साथ ही संविदा सेवा प्रदाताओं, व्यावसायिक आगंतुकों और स्वतंत्र पेशेवरों के लिए पहुँच को सरल बनाकर भारतीय पेशेवरों की गतिशीलता को भी बढ़ाया गया है।
अमित शाह ने समजोते पर पीएम मोदी को दी बधाई
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। शाह ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि यह समझौता वैश्विक व्यापार में भारत का एक और मील का पत्थर है और यह हर नागरिक के लिए गौरव व संभावनाओं का क्षण है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी की जन-केंद्रित व्यापार कूटनीति का प्रमाण बताया।
दोनों देशों के बीच एग्रीमेंट से ये सामान हो सकते हैं- सस्ते
कारें: ब्रिटेन की लग्जरी कारें जैसे जगुआर लैंड रोवर अब कम दाम में मिल सकती है।
स्कॉच व्हिस्की और वाइन: इंग्लैंड से आने वाली शराब और वाइन पर टैरिफ कम होगा, जिससे ये पहले से सस्ती मिलेंगी।
फैशन और कपड़े: ब्रिटेन से आने वाले ब्रांडेड कपड़े, फैशन प्रोडक्ट्स और होमवेयर भी सस्ते हो सकते हैं।
फर्नीचर और इलेक्ट्रिकल सामान: ब्रिटेन से आने वाला फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंडस्ट्रियल मशीनरी अब कम कीमत पर मिल सकती है।
ज्वेलरी और रत्न: भारत के रत्न और आभूषण ब्रिटेन में सस्ते बिकेंगे, जिससे ब्रिटेन में भारतीय कस्टमर्स के लिए प्रोडक्ट्स सस्ते हो सकते हैं।

