पहलगाम हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा?: गोगोई
नई दिल्ली
लोकसभा में सोमवार दोपहर 2:05 बजे से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा, ‘हमने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा। सेना ने आतंकियों से हमारी माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया।’रक्षा मंत्री ने 55 मिनट के भाषण में कहा- हमारा मकसद आतंकी ठिकाने तबाह करना था और सेनाओं ने अपना लक्ष्य हासिल किया। हमने किसी के दबाव में पाकिस्तान से सीजफायर नहीं किया।राजनाथ सिंह ने कहा- विपक्ष पूछ रहा है कि युद्ध में हमारे कितने फाइटर जेट गिरे? उन्होंने यह नहीं पूछा कि हमारे सशस्त्र बलों ने दुश्मनों के कितने जेट गिराए? परीक्षा में रिजल्ट की अहमियत होती है। कितनी पेंसिल टूटी या पेन गुमे, यह पूछना बेईमानी है। राजनाथ ने कहा- पिछली सरकारों ने 2016 की उरी स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट स्ट्राइक जैसे कदम उठाए होते स्थितियां दूसरी होतीं। मैं उस समय की सरकार या पीएम की आलोचना नहीं करना चाहता। आज का भारत अलग तरह से सोचता और काम करता है। अगर कोई बातचीत की भाषा नहीं समझता तो डिसाइसिव एक्शन लेने पड़ते हैं।आज भारत जवाब देता है। आज भारत आतंक की जड़ तक जाता है और उसे खत्म करने का माद्दा रखता है। देश की सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठाने पड़ें, हम उठाएंगे। हमें याद रखना होगा कि हमारी एकता ही सबसे बड़ी ताकत है। संदेश चला गया है कि भारत अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए संकल्पित है।विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा- हम सरकार से सवाल पूछेंगे। देश जानना चाहता है कि 5 दहशतगर्द पहलगाम में कैसे घुसे? उनका क्या मकसद था? सरकार कहती है हमारा मकसद युद्ध नहीं था। हम जमीन पर कब्जा करना नहीं चाहते थे। हम पूछेंगे, क्यों नहीं था। होना चाहिए था। PoK आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे।’TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, ‘PM मोदी एक बार अपने X हैंडल पर यह पोस्ट क्यों नहीं करते कि सीजफायर पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने जो कहा, वह गलत है। ट्रम्प के सामने उनका सीना 56 इंच से 36 इंच का हो जाता है। वे ट्रम्प से इतना डरते क्यों हैं?’संसद में 11 बजे से कार्यवाही शुरू हुई थी। पहले विपक्ष ने बिहार वोटर वेरिफिकेशन से जुड़े स्पेशल इंटेसिव रिवीजन (SIR) मुद्दे पर हंगामा किया। सदन को तीन बार स्थगित किया गया था। इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू हुई।
फिर आपने ऑपरेशन क्यों रोका : राहुल
लोकसभा में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर तय चर्चा की शुरुआत करते हुए जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत की सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकी, उनके हैंडलर और ट्रेनर मारे गए, तभी नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी सीट से खड़े हो गए और सवाल पूछा- ‘फिर आपने ऑपरेशन रोका क्यों?’ राहुल के इस सवाल के बाद विपक्षी सांसदों ने भी सदन में शोर मचाना शुरू कर दिया. लेकिन राजनाथ सिंह ने संयमित लहजे में कहा-‘मुझे पूरा बोलने दीजिए, मैं हर सवाल का जवाब देने को तैयार हूं.’राजनाथ सिंह ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर रोका नहीं गया, बल्कि स्थगित किया गया है. उन्होंने कहा, ‘अगर पाकिस्तान की ओर से दोबारा कोई हिमाकत होती है तो यह ऑपरेशन फिर से शुरू किया जाएगा. हमारा उद्देश्य युद्ध छेड़ना नहीं, बल्कि आतंकवाद को पालने-पोसने वालों को सबक सिखाना था.’
सीजफायर पर मोदी–ट्रम्प में कोई बात नहीं हुई: जयशंकर
विपक्ष के हंगामे पर भड़के अमित शाह
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्रम्प के सीजफायर दावे पर कहा- 22 अप्रैल से 17 जून तक ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बातचीत नहीं हुई। किसी भी स्टेज पर अमेरिका से चर्चा के दौरान व्यापार पर बात नहीं हुई।इस बात पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। यह देखते हुए अमित शाह बीच में उठे और कहा- भारत का विदेश मंत्री यहां बयान दे रहा है, पर विपक्ष को उन पर भरोसा नहीं है। किसी और देश पर भरोसा है। विदेश मंत्री पर भरोसा क्यों नहीं करते। इसलिए विपक्ष में बैठे हैं। और 20 साल वहीं पर बैठेंगे। विदेश मंत्री ने कहा- विपक्ष पूछ रहा है कि पहलगाम हमले पर दुनिया ने भारत के पक्ष पर क्या कहा। मैं बताना चाहूंगा कि जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि भारत को आतंकवाद से अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है और वह हमारा समर्थन करेगा। फ्रांस और यूरोपीय संघ ने भी ऐसा ही कहा है। क्वाड और ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय समूहों ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले की निंदा की।जयशंकर ने कहा- 25 अप्रैल के सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्यों ने पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा की थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद किसी भी रूप में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है।

