सोमनाथ
प्रधानमंत्री और सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सोमनाथ तीर्थ का सांस्कृतिक पुनःप्रतिष्ठान हो रहा है। हर साल लाखों यात्री उत्कृष्ट रेल-बस नेटवर्क, किफायती आवास, निःशुल्क भोजन और आतिथ्य के साथ विश्वस्तरीय दर्शन का अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। श्रावण 2025 में, भक्तों की भक्ति और देशभर के कलाकारों की नृत्य प्रस्तुतियों से सोमनाथ में सांस्कृतिक और कलात्मक चेतना का पुनर्जागरण हो रहा है। प्राचीन काल में सोमनाथ महादेव के चरणों में नर्तक-नर्तकियों द्वारा नृत्य के माध्यम से नटराज की आराधना की जाती थी। इस परंपरा को पुनःप्रतिष्ठान करने के लिए नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से “वंदे सोमनाथ कला महोत्सव” शुरू किया गया है। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा बनाए गए तीन मंचों पर गायन, वादन और रोशनी के साथ भारतीय नृत्य शैलियों के कलाकार भक्ति और कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) के सहयोग से यह आयोजन भारत के तीर्थों और मंदिरों के सांस्कृतिक गौरव को पुनर्स्थापित करने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार कर रहा है। अभी तक तीन चरण में विविध प्रस्तृतियां दी गई। 18 अगस्त तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 6 चरण में विविध शैली के नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे।

