वडोदरा । 9 जुलाई की सुबह पादरा तालुका में मुजपुर-गंभीरा पुल के ढहने की दुखद दुर्घटना को शुक्रवार को 24दिन हो गए है। इस हादसे में 21 लोगों की जान चली गई थी। पुल पर लटका टैंकर पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। दूसरी ओर, सरकार और प्रशासन को लगातार आलोचना का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि यह टैंकर इतने लंबे समय से लटका हुआ है। ऐसे में अब पता चला है कि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों को इस टैंकर को जल्द से जल्द पुल से हटाने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसलिए, विशेषज्ञों की एक टीम शुक्रवार सुबह से ही टैंकर को हटाने के लिए काम कर रही है। ऑपरेशन के दौरान कोई दुर्घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों द्वारा ड्रोन के माध्यम से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि 9 जुलाई की सुबह मुजपुर-गंभीरा पुल के अचानक ढह जाने से 20 लोगों के शव निकाले गए। जबकि नरसिंहपुरा गाँव में रहने वाले विक्रमसिंह पढियार का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। दूसरी ओर, पुल पर लटका टैंकर सरकार और प्रशासन के लिए सिरदर्द बनता दिख रहा है। इस टैंकर को हटाने के लिए 10 से ज़्यादा विशेषज्ञों की एक टीम सभी ज़रूरी सुरक्षा उपकरणों के साथ काम कर रही है। इस टैंकर को हटाने के लिए ज़रूरी सपोर्ट लगाया जा रहा है। विशेषज्ञों की टीम पर्याप्त सावधानी के साथ काम कर रही है। पुल पर लटके टैंकर को घटनास्थल से हटाने की पूरी ज़िम्मेदारी आनंद कलेक्टर को सौंपी गई है। गौरतलब है कि 9 जुलाई को पुल हादसे वाले दिन सुबह से रात तक नदी से 13 शव बरामद हुए थे। उसके बाद 10 जुलाई को पूर्णिमा के दिन माही में आई बाढ़ के पानी ने रेस्क्यू ऑपरेशन को प्रभावित किया, हालांकि, बाढ़ के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा गया और 5 और शव बरामद हुए, जिससे मरने वालों की संख्या 18 हो गई। उसके बाद 11 जुलाई को 2 शव बरामद हुए।

