अहमदाबाद स्थित सरदार पटेल स्मारक में असारवा क्षेत्र के मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान समारोह
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को पुरुषार्थ, उच्च जीवन मूल्यों और स्वस्थ जीवन के बारे में मार्गदर्शन दिया
अहमदाबाद । राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान करना केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह चरित्र निर्माण का माध्यम होनी चाहिए। राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी की अध्यक्षता में आज रुचिल चैरिटेबल ट्रस्ट और असारवा क्षेत्र की विधायक दर्शनाबेन वाघेला द्वारा सरदार पटेल स्मारक में असारवा क्षेत्र की स्कूलों के कक्षा 5 से 12 में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों का राज्यपाल ने सम्मान किया। राज्यपाल ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे 35 वर्ष तक गुरुकुल के प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने बताया कि उनके गुरुकुल में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य और संस्कारों पर विशेष ध्यान दिया जाता है। गुरुकुल के विद्यार्थी वेद पाठ, योग, प्राणायाम, प्राकृतिक आहार और विभिन्न खेलों के माध्यम से सर्वांगीण विकास प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही, कोई व्यसन, टीवी, मोबाइल नहीं है और दिनचर्या पूरी तरह अनुशासित है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में कभी हीनता न रखें। उन्होंने माता-पिता और शिक्षकों से बच्चों पर नजर रखने, उन्हें अच्छी संगत में रखने और उचित मार्गदर्शन देने की अपील की।
राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी ने मेधावी विद्यार्थियों को बधाई दी और इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में शिक्षा को प्रोत्साहन देने की पहल करने वाली विधायक दर्शनाबेन वाघेला को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विद्यार्थियों से केवल डॉक्टर, इंजीनियर या अधिकारी बनने तक सीमित न रहने, बल्कि राष्ट्र और मानवता की सेवा करने वाले संवेदनशील और अच्छे इंसान बनने का आह्वान किया। विधायक दर्शनाबेन वाघेला ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह सम्मान समारोह केवल प्रतिभा को सम्मानित करने का मंच नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का मैदान है। जिन विद्यार्थियों को आज पुरस्कार मिले हैं, उनकी मेहनत सराहनीय है, लेकिन उन्हें और बड़े सपने देखकर आगे बढ़ना है। जिन्हें आज पुरस्कार नहीं मिला, उन्हें भी हार नहीं माननी चाहिए। ऐसे अवसरों से नई प्रतिस्पर्धात्मक भावना जागृत होती है और प्रत्येक विद्यार्थी श्रेष्ठ बनने का संकल्प लेता है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा जीवन का सबसे बड़ा हथियार है, जिसके द्वारा हम नौकरी प्राप्त करने के साथ-साथ संस्कारयुक्त नागरिक बनकर समाज और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकते हैं। अग्रणी प्रेरकभाई शाह और रत्नांजलि ग्रुप के डायरेक्टर संयमभाई शाह ने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया। इस कार्यक्रम में अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की मेयर प्रतिभा बेन जैन, विधायक अमितभाई शाह, अहमदाबाद म्युनिसिपल स्कूल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुजयभाई मेहता, क्षेत्र के कॉर्पोरेटर, काउंसिलर, स्कूलों के शिक्षक, बड़ी संख्या में विद्यार्थी और उनके अभिभावक उपस्थित रहे।

