- मुख्यमंत्री का राज्य के महानगरों और नगरों से प्रेरक आह्वान
- मुख्यमंत्री ने राजधानी गांधीनगर के 61वें स्थापना दिवस पर विकास विजन दस्तावेज लॉन्च किया
गांधीनगर
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शहरी विकास वर्ष 2025 में राज्य के महानगरों और नगरों से अपने विशिष्ट विकास विजन के साथ एक रोडमैप तैयार कर उसे लागू करने के लिए समयबद्ध योजना बनाने का प्रेरक आह्वान किया है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि हमारी ऐसी मंशा है कि इस प्रकार के विकास विजन की श्रेष्ठता की प्रतिस्पर्धाएं हों और गुजरात के शहर शहरी विकास क्षेत्र में देश को दिशा दिखाने वाले शहर बनें। मुख्यमंत्री ने यह बात शनिवार को राजधानी गांधीनगर के 61वें स्थापना दिवस समारोह में गांधीनगर महानगर पालिका के ‘विकास विजन’ दस्तावेज के लॉन्चिंग अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि गांधीनगर ने ग्रीन सिटी के साथ अब क्लीन सिटी का खिताब भी हासिल कर लिया है, जिसे बनाए रखने की हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में वर्ष 2005 में शहरी विकास वर्ष का आयोजन किया और शहरी विकास की पूरी परिभाषा बदलते हुए समग्र शहरी विकास का एक नवीन दृष्टिकोण दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने नल, सीवरेज और सड़कों की सुविधाओं से आगे बढ़कर टेक्नोलॉजी के उपयोग से नागरिक-उन्मुख सेवाओं के विस्तार की दिशा भी दी है। उन्होंने कहा कि शहरी विकास वर्ष-2005 के इस आयोजन की सफलता से राज्य के शहर प्राणवान और ऊर्जावान बने हैं और शहरी विकास का एक नया मानचित्र तैयार हुआ है। भूपेंद्र पटेल ने कहा कि शहरी विकास की दो दशकों की उपलब्धियों और सफलता के बाद अब हम विश्व स्तरीय शहरी विकास के संकल्प के साथ शहरी विकास वर्ष-2025 मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि, इस उद्देश्य से हमने राज्य के शहरी विकास बजट में इस वर्ष 40 फीसदी की वृद्धि कर 30 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। गांधीनगर की महापौर मीराबेन पटेल ने स्वागत भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व, गांधीनगर के सांसद और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के निरंतर मार्गदर्शन में गांधीनगर का अविरत विकास हो रहा है।गांधीनगर की विकास यात्रा के बारे में उन्होंने कहा कि विकास के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के फलस्वरूप वर्ष 2010 में गांधीनगर महानगर पालिका के गठन के वक्त मनपा का बजट केवल 7.47 करोड़ रुपए था, जो आज वर्ष 2025-26 में लगभग 1718 करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। ऐसे में, महापौर ने सभी से साथ मिलकर गांधीनगर को ‘उत्तम से सर्वोत्तम’ की दिशा में ले जाने का आह्वान भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने महानुभावों की उपस्थिति में ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत टाउन हॉल में वृक्षारोपण भी किया।

