वंतारा वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन प्रोजेक्ट ने एक बड़ा प्रस्ताव रखते हुए नंदनी गांव, कोल्हापुर में एक सैटेलाइट पुनर्वास केंद्र स्थापित करने की घोषणा की
कोल्हापुर/जामनगर। वंतारा वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन प्रोजेक्ट ने एक बड़ा प्रस्ताव रखते हुए नंदनी गांव, कोल्हापुर में एक सैटेलाइट पुनर्वास केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है। यह कदम जैन मठ, स्थानीय समुदाय और महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से उठाया गया है, जिसका उद्देश्य माधुरी की देखभाल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करना है।वंतारा द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि संस्था ने कभी भी हथिनी माधुरी के कोल्हापुर से स्थानांतरण की पहल नहीं की थी। यह कदम सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेशों के अंतर्गत लिया गया था, जिसमें वंतारा की भूमिका केवल एक पुनर्वास स्थल के रूप में रही। बयान में वंतारा ने जैन मठ और कोल्हापुरवासियों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए कहा, “हम समझते हैं कि माधुरी दशकों से जैन मठ का हिस्सा रही हैं और उनका धार्मिक, सांस्कृतिक तथा भावनात्मक महत्व अपार है। हमने कभी भी इन भावनाओं को ठेस पहुँचाने का इरादा नहीं रखा।” वंतारा ने स्पष्ट किया कि यदि अदालत माधुरी की कोल्हापुर वापसी की अनुमति देती है, तो वह पूर्ण पशु चिकित्सा सहायता और तकनीकी सहयोग देने को तैयार है। संस्था ने कहा कि वह जैन मठ और महाराष्ट्र सरकार द्वारा दायर किसी भी पुनर्वास याचिका का समर्थन करेगी।
प्रस्तावित पुनर्वास केंद्र की प्रमुख विशेषताएं: हाइड्रोथेरेपी और तैराकी के लिए विशेष जल कुंड-शारीरिक उपचार के लिए लेजर थेरेपी और क्लिनिक-जंजीरों से मुक्त हरित खुले क्षेत्र-रात्री विश्राम हेतु ढके हुए संरक्षित आश्रय-पैरों और जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए रबरयुक्त फर्श व सॉफ्ट सैंड टीले-24×7 ऑन-साइट पशु चिकित्सा सुविधा-प्राकृतिक व्यवहार प्रोत्साहित करने हेतु रेत का गड्ढा-वंतारा ने यह भी स्पष्ट किया कि यह प्रस्ताव किसी प्रकार का श्रेय लेने या दबाव बनाने का प्रयास नहीं है, बल्कि अदालत के किसी भी निर्णय को सहयोगात्मक रूप से क्रियान्वित करने की पहल है।
CM फडणवीस की पहल, वंतारा भी सुप्रीम कोर्ट में देगा साथ, हथिनी माधुरी लौटेगी नंदनी मठ
कोल्हापुर में हथिनी माधुरी को लेकर जारी विवाद अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है, लेकिन इस बीच एक अहम पहल हुई है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने टीम वंतारा से मुलाकात की, जहां उन्होंने साफ कर दिया कि वे महाराष्ट्र सरकार की समीक्षा याचिका में शामिल होकर माधुरी को वापस नंदनी मठ भेजने के पक्ष में हैं.टीम वंतारा ने कहा कि वे माधुरी की कस्टडी नंदनी मठ को लौटाने के लिए तैयार हैं और कोल्हापुर के नंदनी इलाके में ही, राज्य के वन विभाग द्वारा तय जगह पर, उसके लिए एक रीहैबिलिटेशन सेंटर भी बनाएंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि माधुरी का ट्रांसफर उनका खुद का फैसला नहीं था, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत किया गया था.सीएम फडणवीस ने कहा कि माधुरी पिछले 34 साल से नंदनी मठ की परंपरा और लोगों की जिंदगी का हिस्सा रही है. लोगों के दिल में उससे जुड़ा भावनात्मक और धार्मिक लगाव है, जिसे सरकार पूरी तरह समझती है. इसी वजह से सरकार सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका दायर करेगी और मठ से भी कहा गया है कि वे अपनी याचिका में सरकार को पक्षकार बनाएं.सीएम फडणवीस ने यह भी ऐलान किया है कि इस मामले में लोगों पर दर्ज केस वापस लिए जाएंगे. माधुरी की देखभाल के लिए वेटनरी डॉक्टरों की टीम बनेगी और जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू सेंटर जैसी सुविधा भी दी जाएगी. कोर्ट से यह भी अनुरोध किया जाएगा कि एक स्वतंत्र कमेटी बनाकर इंतजाम की समीक्षा करे.

