नई दिल्ली
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एनडीए नेताओं के साथ चाय पर बैठक की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस समेत विपक्ष में कई युवा नेता बेहद प्रतिभाशाली हैं, लेकिन परिवारवाद और असुरक्षा के कारण उन्हें आगे आने का मौका नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि राहुल गांधी असुरक्षित और घबराए हुए महसूस करते हैं। सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में केवल सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता ही शामिल हुए। विपक्ष के किसी भी नेता ने इस बैठक में हिस्सा नहीं लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के हाल ही में संपन्न सत्र को सफल बताया और कहा कि इसमें कई महत्वपूर्ण बिल पारित किए गए। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने बहस से किनारा कर सिर्फ व्यवधान पैदा करने का काम किया। पीएम मोदी ने खासतौर पर ऑनलाइन गेमिंग बिल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कानून दूरगामी असर वाला है और समाज पर सीधा प्रभाव डालेगा। सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने विपक्ष पर संसद में गैर-जिम्मेदाराना रवैये का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने बड़े कानूनों पर बहस में हिस्सा लेने की बजाय हंगामा करना ही चुना। लोकसभा में तो हालात तब बिगड़ गए जब विपक्षी सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पेश किए गए तीन विवादित बिलों की प्रतियां फाड़ दीं। इन बिलों में गंभीर आरोपों पर गिरफ्तार प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को 30 दिनों तक पद से हटाने का प्रावधान है। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे अहम विषयों पर विपक्ष को चर्चा करनी चाहिए थी।
मोदी और मैक्रों के बीच फोन पर बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच गुरुवार को फोन पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों समेत रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिम एशिया में जारी संकट को लेकर चर्चा की गई।बताया गया कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन और पश्चिम एशिया क्षेत्र में जारी संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयासों पर विचार-विमर्श किया। राष्ट्रपति मैक्रों ने हाल ही में वॉशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हुई बैठकों का आकलन साझा किया और गाजा की स्थिति को लेकर भी अपने विचार रखे।प्रधानमंत्री मोदी ने संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और जल्द से जल्द शांति एवं स्थिरता की बहाली के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया।इसके अलावा, दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, नागरिक परमाणु सहयोग, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा सहित द्विपक्षीय सहयोग एजेंडे की प्रगति की समीक्षा की।

