नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की दिशा में काम कर रहा है। शनिवार को दिए गए अपने भाषण में पीएम मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभ्रांशु शुक्ला की सफलता का भी जिक्र किया और युवाओं से इस पहल में शामिल होने का आग्रह किया। आपको बता दें कि इस साल का राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस ‘आर्यभट्ट से गगनयान: प्राचीन ज्ञान से अनंत संभावनाएं’ की थीम पर मनाया जा रहा है।पीएम मोदी ने कहा, ‘आज भारत सेमी-क्रायोजेनिक इंजन और इलेक्ट्रिक प्रणोदन जैसी तकनीकों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। जल्द ही, आप सभी वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत से, भारत गगनयान के साथ भी उड़ान भरेगा और आने वाले समय में, भारत अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन भी बनाएगा।’ ‘मोदी ने कहा कि इसरो ने युवाओं की स्पेस फील्ड में रुचि बढ़ाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष हैकथॉन और रोबोटिक्स चैलेंज की पहल की है। ये सराहनीय है। इस बार स्पेस डे की थीम ‘आर्यभट्ट से गगनयान तक’ है। इसमें अतीत का आत्मविश्वास भी है और भविष्य का संकल्प भी है। उन्होंने कहा, स्पेस सेक्टर में एक के बाद एक माइलस्टोन्स गढ़ना देशवासियों का स्वभाव बन गया है। दो साल पहले भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर पहुंचने वाला पहला देश बना और इतिहास रचा। दरअसल, भारत 23 अगस्त 2023 को चांद पर उतरने वाला चौथा देश बना था। PM मोदी ने इस दिन को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में घोषित किया, जिसके बाद हर साल 23 अगस्त को भारत अपना नेशनल स्पेस डे मनाता है।PM ने कहा कि एक समय था जब स्पेस सेक्टर को बेड़ियों में जकड़ दिया गया था। हमने उन बेड़ियों को तोड़ा और प्राइवेट सेक्टर को स्पेस सेक्टर में आने की इजाजत दी और आज देश में 350 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स हैं। जल्द ही प्राइवेट सेक्टर द्वारा बनाया गया पहला PSLV भी लॉन्च होगा।भारत की पहली प्राइवेट कम्युनिकेशन सैटेलाइट भी बनाई जा रही है। आज स्पेस डे के दिन मैं देश के स्पेस स्टार्टअप्स से कहूंगा क्या हम आने वाले 5 सालों में 5 यूनिकॉर्न खड़े कर सकते हैं?मोदी ने कहा कि हम अब स्पेस में डॉकिंग और अनडॉकिंग की क्षमता रखने वाले देशों में शामिल हो गए हैं। अभी तीन दिन पहले ही मेरी ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से मुलाकात हुई।ग्रुप कैप्टन शुभांशु के साथ मैंने नए भारत के युवाओं के सपने को देखा है। इन सपनों को आगे बढ़ाने के लिए हम भारत का एस्ट्रोनॉट पूल भी तैयार करने जा रहे हैं। मैं युवाओं से इस पूल मैं युवाओं से इस पूल से जुड़ने की अपील करता हूं।

