सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों को किया सम्मानित
नई दिल्ली। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव में शामिल जवानों को सम्मानित किया। संयुक्त ऑपरेशन महादेव में भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। इस दौरान शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव ने आतंकी सरगनाओं को भारतीय नागरिकों की जान से खेलने के दुष्परिणामों का स्पष्ट संदेश दिया। हमारे सैनिकों ने दुनिया को दिखा दिया कि आतंकवादी चाहे कोई भी रणनीति अपनाएं, वे अब भारत को नुकसान पहुंचाकर बच नहीं सकते। ऑपरेशन सिंदूर से लोगों में संतुष्टि आई, जिसे ऑपरेशन महादेव ने आत्मविश्वास में बदल दिया। शाह ने यह बात भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों को सम्मानित करते हुए कही, जिन्होंने ऑपरेशन महादेव को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को मार गिराया। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में आतंकियों ने 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। इसके जवाब में सशस्त्र बलों ने मई में ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर जवाबी कार्रवाई की गई थी। ऐसे ही ऑपरेशन महादेव के जरिए सुरक्षा बलों ने जुलाई में पहलगाम नरसंहार में शामिल आतंकवादियों का सफाया कर दिया था। शाह ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव ने आतंक के आकाओं को भारतीय नागरिकों की जान से खेलने के परिणामों के बारे में एक स्पष्ट संदेश दिया है।’गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों ने दुनिया को दिखा दिया है कि आतंकवादी चाहे कितनी भी रणनीति अपनाएं, वे अब भारत को नुकसान पहुंचाकर बच नहीं सकते।उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब कश्मीर में पर्यटन अपने चरम पर था, पहलगाम हमला ‘कश्मीर मिशन’ को पटरी से उतारने का एक असफल प्रयास था। शाह ने यह भी कहा कि सेना और अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस अब आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

