भारतीय टैलेंट और जापानी तकनीक एक-दूसरे के लिए बने: इशिबा
भारत-जापान के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान हुआ
टोक्यो
PM मोदी शुक्रवार को 2 दिन के जापान दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने टोक्यो में भारत-जापान जॉइंट इकोनॉमिक फोरम की बैठक की संबोधित किया।मोदी ने अपने भाषण में भारत को निवेश के लिए सबसे बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि दुनिया की नजरें ही नहीं, भरोसा भी भारत पर है।मोदी ने कहा कि जापान टेक्नोलॉजी में पावरहाउस है, तो वहीं भारत टैलेंट का पावरहाउस है। टेक्नोलॉजी और टैलेंट ही नेतृत्व कर सकते हैं। मोदी ने कहा भारत और जापान में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।मोदी से पहले जापान के PM इशिबा ने कहा कि भारतीय टैलेंट और जापानी तकनीक एक-दूसरे के लिए बने है। जापानी पीएम इशिबा बोले- 6 साल पहले मुझे वाराणसी आने का सौभाग्य मिला था। जहां मैं भारत के भारतीय इतिहास को देखकर हैरान रह गया था।पीएम मोदी ने जापानी पीएम इशिबा को स्वागत के लिए आभार दिया। उन्होंने कहा- हम एकमत है कि हमारी साझेदारी दुनिया की शांति के लिए महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा- दोस्तों, हमने अपने खास स्ट्रैटजी से ग्लोबल साझेदारी में एक नए और सुनहरे अध्याय की नींव रखी है। हमने अगले दशक के लिए एक रोडमैप तैयार किया है। हमारे विजन के केंद्र में निवेश, नवाचार, आर्थिक सुरक्षा, पर्यावरण, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और लोगों के बीच आपसी संपर्क शामिल हैं। मोदी ने कहा, ‘भारत और जापान की साझेदारी भरोसे पर बनी है। उन्होंने कहा- हम अपने लोगों और दुनिया के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि का साझा सपना लेकर चल रहे हैं। इसके साथ ही मोदी ने अगले भारत-जापान समिट के लिए इशिबा को भारत आने का न्योता दिया। मोदी ने कहा, ‘हमारा मानना है कि जापानी टेक्नालॉजी और भारतीय टैलेंट साथ आ जाए तो जीत पक्की है। जहां हम हाई-स्पीड रेल पर काम कर रहे हैं, वहीं अगली पीढ़ी की मोबिलिटी साझेदारी के तहत हम बंदरगाहों, एविएशन और जहाज निर्माण जैसे क्षेत्रों में भी तेजी से प्रगति करेंगे। चंद्रयान 5 मिशन में सहयोग के लिए, इसरो और जाक्सा (जापानी स्पेस एजेंसी) के बीच बनी सहमति का स्वागत करते हैं। हमारी साझेदारी पृथ्वी की सीमाओं को पार करेगी और अंतरिक्ष में भी मानवता की डेवलपमेंट का प्रतीक बनेगी।’मोदी ने ह्यूमन रिसोर्स एक्सचेंज प्लान के तहत अगले 5 सालों में अलग-अलग सेक्टर में दोनों देशों की तरफ से 5 लाख लोगों के एक्सचेंज को बढ़ावा देने की बात कही। मोदी बोले- हमारा जॅाइंट क्रेडिट मेकेनिज्म एनर्जी के लिए एक बड़ी जीत है। यह ग्रीन एनर्जी पार्टनरशिप हमारी इकोनॉमी की तरह मजबूत है। इसी दिशा में हम सस्टेनेबल फ्यूल और बैटरी सप्लाई चेन पार्टनरशिप भी शुरू कर रहे हैं।इसके साथ ही मोदी ने दोनों देशों के लिए हाई टैक्नॉलाजी सेक्टर में सहयोग बढ़ाने और प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा- इस मामले में, डिजिटल साझेदारी 2.0 और AI सहयोग पर काम किया जा रहा है। सेमीकंडक्टर और रेयर अर्थ मटेरियल हमारे एजेंडे में सबसे ऊपर हैं। मोदी ने कहा, ‘हमने अगले 10 सालों में जापान से भारत में 10 ट्रिलियन येन (करीब 6 लाख करोड़ रूपए) के निवेश का टारगेट रखा है। भारत और जापान के स्मॉल और मीडियम उद्योग (MSME) और स्टार्टअप को जोड़ने पर विशेष जोर दिया जाएगा।’मोदी ने जापानी कंपनियों से कहा, ‘भारत में बनाओ, दुनिया के लिए बनाओ।’पीएम मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा की मौजूदगी में दोनों देशों के विदेश सचिवों ने हाइड्रोजन-अमोनिया और खनिज से जुड़े समझौते (MoU) की फाइल एक्सचेंज की।
मोदी के स्वागत में जापानी महिलाओं का भरतनाट्यम
PM मोदी शुक्रवार को 2 दिन के जापान दौरे पर पहुंचे हैं। स्थानीय लोगों ने पारंपरिक भारतीय नृत्य ‘भरतनाट्यम’ से मोदी का स्वागत किया। गायत्री मंत्र और राजस्थानी भजन भी सुनाया।इसके बाद मोदी जापान में रह रहे प्रवासी भारतीयों से भी मिले। लोगों ने PM के स्वागत में मोदी-मोदी के जयकारे लगाए और ऑपरेशन सिंदूर के लिए बधाई दी।भारतीय मूल के लोगों ने टोक्यो के होटल में तिरंगा झंडा लहराते हुए मोदी का स्वागत किया।लोगों ने मोदी से कहा- वी लव यू मोदी जी। जय श्री राम और भारत माता की जय जैसे नारे लगाए। साथ ही आपरेशन सिंदूर के लिए मोदी को बधाई दी।

