ढाका
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक होटल में अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज कमांड के एक बड़े अधिकारी की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। इस अधिकारी का नाम टेरेन्स अरवेल जैक्सन था।भारतीय खुफिया एजेंसियों ने भी इस मामले पर चिंता जताई है। वे इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। हालांकि, भारत ने इस मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।मीडिया रिपोर्ट्स में बांग्लादेश की खुफिया एजेंसियों के हवाले से बताया गया है कि जैक्सन कई महीनों से ढाका में थे और 29 अगस्त को वेस्टिन होटल में रुके थे। लेकिन उनकी यात्रा का असली मकसद क्या था, यह साफ नहीं है।उनके शव को बिना पोस्टमॉर्टम या जांच के अमेरिकी दूतावास को सौंप दिया गया, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं। भारत यह जानना चाहता है कि जैक्सन बांग्लादेश में किससे मिले और किन जगहों पर गए। बांग्लादेश में हाल के राजनीतिक बदलाव और रीजन में अमेरिकी एक्टिविटी की बढ़ती मौजूदगी ने भारत की चिंताओं को और बढ़ा किया है। भारतीय एजेंसियों को शक है कि जैक्सन की मौजूदगी का संबंध बांग्लादेश-म्यांमार बॉर्डर पर चल रही एक्टिविटी से हो सकता है।जैक्सन करीब 50 साल के थे और उत्तरी कैरोलिना के रहने वाले थे। उन्होंने 20 साल से ज्यादा अमेरिकी सेना में काम किया और कई युद्धों में हिस्सा लिया। एक भारतीय खुफिया अधिकारी ने मीडिया को बताया कि जैक्सन 2006 में सेना में शामिल हुए थे और जल्द ही रिटायर होने वाले थे।

