- ‘हिंदी दिवस’ पर गुजरात प्रांतीय राष्ट्रभाषा प्रचार समिति एवं हिन्दी समाचार पत्र ‘गुजरात वैभव’ का संयुक्त आयोजन
- कार्यक्रम को पूर्व शिक्षामंत्री भूपेन्द्र सिंह चूड़ास्मा, शरद जोशी, हेमचन्द्र वैद्य, डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित, हर्षद पटेल ने संबोधित किया, आभार सत्यम जोशी ने जताया

अहमदाबाद । 2014 में जब केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी तब से 11 वर्षों से लगातार भारत को एक मजबूत और विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में अनेक प्रकार की योजनाएं एवं कार्य जारी हैं। इसी कड़ी में हिन्दी के साथ ही मातृ भाषाओं को बढ़ावा दिया गया। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत गुजरात में पूर्व में सिर्फ अंग्रेजी में होने वाली परीक्षाओं में गुजराती भाषा को भी स्वीकृत दी गई। यह उद्गार गुजरात के पूर्व शिक्षा मंत्री एवं गुजरात विद्यापीठ के ट्रस्टी भूपेन्द्र सिंह चूड़ास्मा ने गुजरात प्रांतीय राष्ट्रभाषा प्रचार समिति और हिन्दी समाचार पत्र ‘गुजरात वैभव’ के संयुक्त तत्वावधान में 15 सितम्बर को ‘हिन्दी दिवस’ पर प्रारंभ हुए ‘स्वभाषा चेतना जागृति सप्ताह’ के अवसर पर निकाली गई रैली के समापन पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हर भाषा में मान-सम्मान के साथ गौरव होना चाहिए। कार्यक्रम में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा के प्रधानमंत्री हेमचन्द्र वैद्य ने कहा कि हिन्दी मात्र एक भाषा या बोली ही नहीं बल्कि उसे ज्ञान की खोज का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयागराज के अध्यक्ष डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित ने कहा कि हिन्दी मात्र भाषा नहीं बल्कि एक परिवार है। हिन्दी अन्य भाषाओं को अपने में समाहित कर लेती है। गुजरात विद्यापीठ के कुलपति हर्षद पटेल ने मातृभाषा को ‘ममता’, हिन्दी को ‘मनोरंजन’ तथा अंग्रेजी को कामकाज की भाषा बताते हुए कहा कि हिन्दी विश्व में तीसरी सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा है। कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए गुजरात प्रांतीय राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के मंत्री-संचालक-शरद जोशी हिन्दी की बढ़ती लोकप्रियता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिन्दी आज 150 देशों में बोली और समझी जाती है। 160 देशों के पाठ्यक्रम में हिन्दी का शामिल होना गौरव की बात है। कार्यक्रम से पूर्व राष्ट्रभाषा महाविद्यालय से रैली निकाली गई जिसमें शहर के कॉलेजों, महाविद्यालयों के छात्र, शिक्षक, एनसीसी कैडेट्स, हिन्दी प्रेमी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. सीता चौधरी एवं जागृतिबेन ने हिन्दी गीत प्रस्तुत किया। आभार कार्यक्रम संयोजक सत्यम जोशी ने व्यक्त किया।
हिन्दी दैनिक ‘गुजरात वैभव’ का प्रमुख योगदान
गुजरात प्रांतीय राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा आयोजित हिन्दी दिवस कार्यक्रम में अहमदाबाद से प्रकाशित हिन्दी समाचार पत्र ‘गुजरात वैभव’ पिछले 6 वर्षों से महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। समिति के होने वाले आयोजनों की जानकारी अपने पाठकों तक पहुंचाने के अलावा ‘हिन्दी दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम के समापन के पश्चात सभी अतिथियों एवं आगन्तुकों को स्वल्पाहार की व्यवस्था भी ‘गुजरात वैभव’ की ओर से की जा रही है।

