गांधीनगर। गुजरात में पुलिस स्टेशनों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए एक बड़ा बदलाव किया गया है। अब पुलिस स्टेशनों की रैंकिंग केवल अपराध के आँकड़ों पर नहीं, बल्कि नागरिक-केंद्रित सुविधाओं पर आधारित होगी। यह जानकारी राज्य के पुलिस प्रमुख विकास सहाय ने दी। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के मार्गदर्शन में लिए गए इस निर्णय के बाद, अब हर साल दो बार पुलिस स्टेशनों की रैंकिंग की जाएगी। इस रैंकिंग में 40 से ज़्यादा मापदंड शामिल हैं, जैसे शिकायतों का त्वरित निपटान, पुलिस स्टेशन में स्वच्छता, पीने का पानी, महिलाओं के लिए शौचालय और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाएं। इस नई प्रणाली से पुलिस स्टेशनों के बीच बेहतर सेवाएँ देने की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। हाल ही में इस पद्धति पर आधारित पहली रैंकिंग पूरी
हो चुकी है।

