लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल और जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित सातवें दीक्षांत समारोह में भाग लिया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने युवाओं में ड्रग्स की लत और लिव-इन रिलेशनशिप के बढ़ते चलन पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने लड़कियों को चेतावनी दी कि वे लुभावनी योजनाओं में न फंसें और अपने जीवन को उत्कृष्ट लक्ष्यों के लिए समर्पित करें। दीक्षांत समारोह की शुरुआत मंत्रोच्चार से की गई थी। दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि, विश्वविद्यालय में छात्रों की 75% उपस्थिति होनी चाहिए। यदि यह 75% तक नहीं पहुँचती है, तो वे परीक्षाओं को रद्द कर देंगी। अपनी शिक्षा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं उस समय स्कूल 10 किलोमीटर पैदल चलकर जाती थी। इसके अलावा, उस समय हमारे पास पैरों में पहनने के लिए जूते भी नहीं थे। सरदार वल्लभभाई पटेल 40 किलोमीटर पैदल चलकर पढ़ने जाते थे। उनका एकमात्र लक्ष्य वकील बनना और देश में अपना नाम बनाना था।’ राज्यपाल ने युवाओं में ड्रग्स की लत और लिव-इन रिलेशनशिप के बढ़ते चलन पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे लुभावनी योजनाओं से सावधान रहें और अपने जीवन को उत्कृष्ट लक्ष्यों के लिए समर्पित करें। राज्यपाल ने कहा कि, दो छात्रावासों के बीच की खाली जगह में शराब की बोतलें और ड्रग्स पाए गए जो बहुत ही गंभीर और चिंताजनक मुद्दा है। केंद्र सरकार नशा मुक्त आंदोलन चला रही है, जबकि दूसरी ओर युवा व्यसनी बन रहे हैं। हमें तभी खुशी मिलेगी जब हमारे युवा ड्रग्स छोड़ देंगे और शराब पीना बंद कर देंगे। राज्यपाल ने लिव-इन रिलेशनशिप पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, 15 साल की लड़कियों को अनाथ आश्रम में छोटे बच्चों को गोद में लिए हुए देखा जाता है। लिव-इन रिलेशनशिप समाज के लिए खतरा है, जो एक गंभीर और चिंताजनक विषय है। लड़कियों को बहला-फुसलाकर होटलों में ले जाया जाता है और उन्हें खिलाया जाता है। बच्चों को पैदा करने के बाद फिर उन्हें घर से निकाल दिया जाता है। संबंधी और परिवार के सदस्य भी लड़कियों को परेशान करते हैं। हमने लड़कियों की शिक्षा की व्यवस्था की है। गाँव के प्रमुखों और जन प्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि वे उन्हें शिक्षित करें ताकि उनका जीवन बर्बाद न हो। फिर न तो उनके माता-पिता पूछेंगे और न ही उनके ससुराल वाले। इसलिए मन लगाकर अध्ययन करें।

