स्टार्मर ने मोदी के साथ मिडिल ईस्ट और गाजा पीस प्लान पर चर्चा की
मुंबई। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर इस समय भारत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। आज पीएम नरेंद्र मोदी और यूके पीएम की मुलाकात हुई। ब्रिटिश पीएम बनने के बाद स्टार्मर की ये पहली भारत की यात्रा है। दोनों नेताओं ने मुलाकात के बाद एक संयुक्त बयान में जारी किया।पीएम मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर से मुलाकात के बाद कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार हैं। उन्होंने कहा कि भारत-ब्रिटेन साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण आधार बन रही है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ संयुक्त वक्तव्य में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस समझौते (व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते) से दोनों देशों के बीच आयात लागत कम होगी, युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, व्यापार बढ़ेगा और इससे हमारे उद्योगों और उपभोक्ताओं को लाभ होगा। समझौते पर हस्ताक्षर के कुछ ही महीनों के भीतर आपकी भारत यात्रा, जिसमें आपके साथ अब तक का सबसे बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल आया है, भारत-ब्रिटेन साझेदारी में नए जोश का प्रतीक है।पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार हैं। लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन जैसे मूल्यों में आपसी विश्वास हमारे संबंधों की नींव में निहित है। वैश्विक अस्थिरता के वर्तमान युग में, भारत और ब्रिटेन के बीच यह बढ़ती साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण आधार रही है।उन्होंने कहा कि आज की बैठक में हमने हिंद-प्रशांत, पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता तथा यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की। यूक्रेन संघर्ष और गाजा के मुद्दों पर, भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांति के सभी प्रयासों का समर्थन करता है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में, हम समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री स्टारर के नेतृत्व में भारत और ब्रिटेन के संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिडिल ईस्ट के हालात और गाजा में शांति की दिशा में उठाए गए पहले कदमों पर चर्चा की। उन्होंने दोनों नेताओं के यूक्रेन में स्थायी शांति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा व स्थिरता की जरूरत पर भी विचार-विमर्श किया।
हमने भारत और ब्रिटेन के व्यापार और निवेशकों को एक साथ बुलाया। ताकि वे एक-दूसरे से मिल सकें, बातचीत कर सकें और अपने आइडिया साझा कर सकें। पिछले दो दिनों में मैंने देखा कि लोग छोटे-छोटे ग्रुप में, खाने-पीने के दौरान या अलग-अलग जगहों पर बातें कर रहे थे। यह हमारे लिए बहुत उत्साहजनक अनुभव रहा।मुझे लगता है कि यह वही काम है जो हमने पहले चेकर्स में शुरू किया था। मैंने इसे दो हिस्सों वाला काम समझा है। पहला हिस्सा था FTA (मुक्त व्यापार समझौता) और चेकर्स में हुई हमारी अहम बैठक। उस बैठक में प्रधानमंत्री भी मौजूद थे। अब यह उसका दूसरा हिस्सा है।मैं इसे भारत और ब्रिटेन की साझेदारी का जश्न मानता हूं और यह दिखाता है कि हमें इस साझेदारी में बहुत भरोसा है।
भारत-ब्रिटेन के बीच 3884 करोड़ की मेगा डिफेंस डील,ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटी भारत में कैंपस खोलेंगी
UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता को समर्थन देगा
भारत और ब्रिटेन की सरकार ने एक बड़े रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर कर दिया है. इस समझौते के मुताबिक, ब्रिटेन अब भारतीय सेना को कम वजन वाली मल्टीरोल मिसाइलों की सप्लाई करेगा. 468 मिलियन डॉलर (करीब 3,884 करोड़ रुपये) की यह डिफेंस डील ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की पहली भारत यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात के दौरान भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुई.इस रक्षा समझौते को लेकर ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार (9 अक्टूबर, 2025) को एक बयान जारी किया है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इस समझौते को अपने डिफेंस इंडस्ट्री के भारत के साथ गहराते सामरिक संबंधों के लिए महत्वपूर्ण करार दिया है. मंत्रालय ने कहा, ‘इस समझौते के तहत ब्रिटेन के बेलफास्ट में निर्मित कम वजन वाले मल्टीरोल मिसाइलें (LMM) भारतीय सेना को सप्लाई की जाएगी, जो ब्रिटेन की रक्षा उद्योग को महत्वपूर्ण बुस्ट देता है.’
इन लाइव-वेट मल्टीरोल मिसाइलों को मार्टलेट्स भी कहा जाता है, जो एयर-टू-एयर, सर्फेस-टू-एयर और सर्फेस-टू-सर्फेस पर आसानी से मार करने वाली मिसाइलें हैं.इसके साथ ही ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता को समर्थन देने का ऐलान किया है।ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर ने मुंबई में यह ऐलान किया। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटी भारत में कैंपस खोलेंगी। वहीं, PM मोदी ने कहा कि स्टार्मर के नेतृत्व में भारत और ब्रिटेन के रिश्तों में प्रगति हुई है।इस साल जुलाई में लंदन यात्रा के दौरान दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (CETA) पर हस्ताक्षर किए थे। दोनों नेताओं ने इंडो-पेसिफिक, पश्चिम एशिया और यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा की। वहीं, रक्षा सहयोग के क्षेत्र में भारत और ब्रिटेन ने सैन्य प्रशिक्षण समझौता किया है, जिसके तहत भारतीय वायुसेना के फ्लाइंग प्रशिक्षक अब ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स में ट्रेनर के रूप में काम करेंगे।
ब्रिटेन खालिस्तानियों पर एक्शन ले,कट्टरपंथ को लोकतंत्र में जगह नहीं मिले; ब्रिटेन में आधार कार्ड जैसा सिस्टम चाहते हैं स्टार्मर
पीएम मोदी ने गुरुवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुंबई में मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने खालिस्तानी आतंकवाद पर चर्चा की।विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि PM मोदी ने कहा कि हिंसा और कट्टरपंथ को लोकतंत्र में जगह नहीं मिलनी चाहिए। दोनों देशों को अपने-अपने कानूनों के मुताबिक इन पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, स्टार्मर अपने देश में भी भारत के ‘आधार कार्ड’ जैसा सिस्टम शुरू करना चाहते हैं। इसे लेकर उन्होंने कल मुंबई पहुंचकर सबसे पहले इन्फोसिस कंपनी के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि से मुलाकात की।आधार प्रोग्राम शुरू करने में नंदन नीलेकणि की सबसे अहम भूमिका रही है। स्टार्मर ने कहा कि भारत का आधार प्रोग्राम बहुत सफल है और वे इससे सीखना चाहते हैं।

