गांधीनगर । अरब सागर में बने डिप्रेशन के कारण गुजरात में बेमौसम बारिश का दौर जारी है, जिससे किसानों के लिए ‘जलने पर नमक छिड़कने’ (पड़ते पर पाटू) जैसी स्थिति पैदा हो गई है। राज्य में अक्टूबर महीने में हुई बारिश ने पिछले एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। गुजरात में इस साल अक्टूबर महीने में ही औसतन 3.30 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले 10 वर्षों में अक्टूबर में हुई सबसे अधिक बारिश है। इससे पहले 2016, 2022 और 2024 के वर्षों में भी अक्टूबर में अधिक बारिश हुई थी, लेकिन इस साल इसकी तीव्रता सबसे अधिक रही है। पिछले साल अक्टूबर में औसतन 2 इंच बारिश दर्ज की गई थी। गुरुवार (30 अक्टूबर) को राज्य की कुल 188 तहसीलों में मावठा पड़ा। इसमें सौराष्ट्र के भावनगर जिले का महुवा सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहां 3.25 इंच बारिश दर्ज की गई। इस बेमौसम बारिश के कारण खेतों में खड़ी फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है, जिसके चलते सरकार ने फसल नुकसान के सर्वेक्षण का आदेश दिया है। मौसम विभाग ने अभी भी अगले दो दिनों तक गुजरात में बारिश का माहौल जारी रहने का अनुमान लगाया है। शुक्रवार (31 अक्टूबर): वडोदरा, छोटा उदयपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, डांग, नवसारी, वलसाड, तापी, दमन, दादरा नगर हवेली, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, और गिर सोमनाथ में बारिश होने की संभावना है। शनिवार (1 नवंबर): भरूच, सूरत, अमरेली और भावनगर में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
धरोई बांध ओवरफ्लो, साबरमती में छोड़ा गया पानी
मेहसाणा जिले का महत्वपूर्ण धरोई बांध अपनी पूर्ण क्षमता से 100 प्रतिशत भर गया है। बांध का जलस्तर 622 फीट पर पहुंच गया है, जो इसकी अधिकतम भंडारण क्षमता को दर्शाता है। ऊपरी क्षेत्रों से लगातार 3450 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, इसलिए प्रशासन ने जलस्तर नियंत्रित करने के लिए बांध का एक दरवाजा 0.65 मीटर तक खोल दिया है। इस दरवाजे से वर्तमान में साबरमती नदी में 3450 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। अहमदाबाद में रिवरफ्रंट के वॉक-वे के पास जलस्तर 4 से 5 फीट तक ऊँचा आ गया है।
गुरुवार शाम को पानम बांध में ऊपरी क्षेत्रों से 4943 क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की गई थी। उस समय पानम बांध का जलस्तर 127.40 मीटर था, जबकि बांध का रूल लेवल और खतरे का स्तर 127.41 मीटर था। रूल लेवल बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाते हुए प्रशासन ने पानम बांध का एक गेट 3.5 फीट तक खोल दिया और बांध से 4984 क्यूसेक पानी पानम नदी में छोड़ा गया।

