गांधीनगर । गुजरात एटीएस (ATS) द्वारा हाल ही में शेरथा के पास से तीन आतंकवादियों को पकड़ा गया था। इन तीनों आतंकवादियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए थे। इसके बाद दिल्ली में कार ब्लास्ट हुआ और उसमें भी इन तीनों आतंकवादियों का कनेक्शन सामने आया था। अब एटीएस ने इन तीनों आतंकवादियों को कोर्ट में पेश किया। पहले कोर्ट ने रिमांड मंजूर की थी, लेकिन अब एटीएस द्वारा इस बार कोई रिमांड नहीं मांगी गई, जिसके बाद कोर्ट ने आतंकवादियों को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया। गुजरात एटीएस द्वारा पिछली 9 नवंबर को गांधीनगर से तीन आतंकवादियों को पकड़ा गया था। इन तीनों में से एक आतंकवादी पाकिस्तान के कुछ लोगों के साथ संपर्क में था। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि वह आईएसकेपी (ISKP) संगठन से प्रभावित था। इसके अलावा, डॉ. अहमद मोयुद्दीन मूल रूप से हैदराबादी है और वह गुजरात में हथियार लेने के लिए आया था। हालांकि, हथियार लेकर रवाना होने से पहले ही वह एटीएस के हाथ लग गया था। गुजरात एटीएस की जाँच में खुलासा हुआ कि ये तीनों आतंकवादी सोशल मीडिया से प्रभावित थे।
आतंकवादी जिस इलाके के हैं, वहाँ कट्टरवादियों का प्रभाव था। इन तीनों में से एक आतंकवादी पहले अहमदाबाद में रुका था, जबकि अन्य दो आतंकवादी पहली बार अहमदाबाद आए थे। आतंकवादी डॉ. अहमद सैयद कट्टरवादी विचारधारा रखता है और वह कट्टरवादी विचारधारा रखने वाले सदस्यों की टीम बनाना चाहता था। उसके घर से लैबोरेटरी भी मिली थी। वह जुलाई में दिल्ली गया था।

