पत्थर बांधकर गड्ढों में दफनाए शव, तीन दिन पहले ही करवाए थे गड्ढे
भावनगर । भावनगर वन विभाग में सहायक वन संरक्षक (ACF) शैलेश खांभला ने अपनी पत्नी नयनाबेन (उम्र 38), बेटी (12) और बेटे (8) की निर्मम हत्या कर शवों को सुनसान जगह पर पहले से तैयार गड्ढों में पत्थर बांधकर दफना दिया। पुलिस ने शैलेश को हिरासत मंे लेकर उससे पूछताछ करने पर गुनाह कबूल कर लिया है और उसे अपने कृत्य का जरा भी पछतावा नहीं है। हत्या से ठीक तीन दिन पहले (1-2 नवंबर) शैलेश ने गड्ढे खुदवाए थे। गड्ढों में पानी भर जाने पर शवों पर पत्थर बांधे, ऊपर गद्दे डाले और मिट्टी डलवाई। 5 नवंबर को हत्या के बाद 7 नवंबर को खुद थाने पहुँचकर गुमशुदगी की झूठी FIR दर्ज कराई। पत्नी के मोबाइल से ड्राफ्ट मैसेज बनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। मूल रूप से सूरत निवासी शैलेश चाहता था कि पत्नी-बच्चे ससुराल में रहें, लेकिन नयनाबेन भावनगर में उसके साथ रहना चाहती थीं। 27 अक्टूबर को छुट्टियाँ मनाने आईं नयनाबेन के साथ फिर झगड़ा हुआ और शैलेश ने ठंडे दिमाग से तीनों की हत्या कर दी।FIR दर्ज कराते समय भी शैलेश के चेहरे पर न चिंता थी, न गुस्सा। पूछताछ में कोई पछतावा नहीं दिखा। 16 नवंबर को शव मिलते ही सख्ती की गई तो आरोपी टूट गया और सब कबूल कर लिया।पुलिस ने इसे पूर्व-नियोजित कोल्ड ब्लडेड मर्डर करार दिया है। मामले की गहनजाँच जारी है।

