चंडीगढ़। यात्रा के दौरान अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि भारत सरकार SCL (सेमीकंडक्टर लेबोरेटरी) को अपग्रेड करने और उसका विस्तार करने के लिए ₹4,500 करोड़ का निवेश करेगी। मंत्री ने आश्वासन दिया, “कोई संदेह नहीं है। SCL मोहाली का आधुनिकीकरण किया जाएगा और इसका निजीकरण नहीं किया जाएगा। आगे एक बड़ी यात्रा है, और भारत इसके लिए तैयार है।” मंत्री SCL मोहाली में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहाँ 17 शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों द्वारा डिज़ाइन की गई 28 चिप्स सौंपी गईं। इन चिप्स को चिप्स टू स्टार्ट-अप (C2S) कार्यक्रम के हिस्से के रूप में छात्रों को प्रदान किए गए इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइन ऑटोमेशन (EDA) टूल्स का उपयोग करके डिज़ाइन किया गया है। इसके साथ ही, इस कार्यक्रम के तहत SCL में छात्रों द्वारा डिज़ाइन की गई कुल 56 चिप्स का फैब्रिकेशन किया गया है। मंत्री ने सेमीकंडक्टर प्रोसेस गैलरी और अभ्युत्थानम प्रशिक्षण ब्लॉक का भी उद्घाटन किया। सेमीकंडक्टर प्रोसेस गैलरी पिछली पीढ़ी के फैब्रिकेशन टूल्स से सुसज्जित क्लीन रूम लैब का प्रदर्शन करती है। यह छात्रों को सेमीकंडक्टर फैब और ATMP सुविधा का वास्तविक अनुभव प्रदान करती है। अभ्युत्थानम प्रशिक्षण ब्लॉक में ऑनलाइन और ऑफलाइन सेमीकंडक्टर प्रशिक्षण मॉड्यूल और व्यावहारिक अग्नि एवं सुरक्षा प्रशिक्षण शामिल हैं। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने SCL मोहाली के लिए एक स्पष्ट रोडमैप तैयार किया है, और उन्होंने मुख्य विज़न क्षेत्रों को रेखांकित किया: SCL को आधुनिक आधार पर अपग्रेड किया जाएगा और सरकार ₹4,500 करोड़ का निवेश करेगी। इसमें उत्पादन क्षमता में बड़े पैमाने पर वृद्धि शामिल होगी, जिसका लक्ष्य वर्तमान स्तरों से 100 गुना वेफर का उत्पादन करना होगा।

