गृह विभाग द्वारा सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की गई
विधानसभा में गृह विभाग के प्रस्तुत बजट में 300 करोड़ रुपये की लागत से साइबर एक्सीलेंस सेंटर बनाने की घोषणा की गई थी। इसके तहत गुजरात की राजधानी गांधीनगर में इस सेंटर की स्थापना के लिए मंजूरी दी गई है। इस मंजूरी के साथ निकट भविष्य में गांधीनगर में साइबर अपराध रोकने के लिए अत्याधुनिक सेंटर बनने जा रहा है। इसके लिए विभिन्न विभागों में तकनीकी विशेषज्ञों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एथिकल हैकिंग में निपुण युवाओं की भर्ती भी की जा सकती है। इस साइबर एक्सीलेंस सेंटर को बनाने का उद्देश्य यह है कि जिस तरह हार्डकोर अपराधों की जगह डिजिटल और साइबर अपराध ले रहे हैं, उसे देखते हुए यह सेंटर स्थापित किया जा रहा है। तकनीकी शिक्षा या अनुभव रखने वाले पुलिस कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इस सेंटर में गुजरात पुलिस के उन कर्मियों की भर्ती होगी, जिनकी शिक्षा तकनीकी क्षेत्र में हो, खासकर कंप्यूटर साइंस या तकनीकी मामलों में अनुभव रखने वाले पुलिस कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी। जानकारी के अनुसार, यह विश्व का सबसे हाई-टेक सेंटर होगा, जिसमें साइबर लैब से लेकर डिजिटल अपराधों को सुलझाने के लिए सभी विभाग उपलब्ध होंगे। इस सेंटर के बनने से साइबर अपराधों को सुलझाना आसान हो जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक युग में हार्डकोर अपराधों की जगह साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। देशभर में और गुजरात में हर घंटे दो से अधिक लोग साइबर ठगी किसी ना किसी प्रकार से शिकार बन रहे हैं। इस तरह की ठगी को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने एक नवीन पहल शुरू की है। आगामी कुछ महीनों में 300 करोड़ रुपये की लागत से गांधीनगर में साइबर एक्सीलेंस सेंटर बनने जा रहा है। साइबर अपराधों को सुलझाने के लिए वर्तमान में 1930 नंबर कार्यरत है, लेकिन इसकी कनेक्टिविटी की कमी के कारण नागरिकों को नुकसान उठाना पड़ता है। साइबर क्राइम के अधिकारियों का कहना है कि इस सेंटर के बनने के बाद साइबर अपराधों को रोकने और उनका समाधान करने में काफी आसानी होगी। इस सेंटर में मुख्य रूप से 11 यूनिट कार्यरत होंगी।
जिससे नागरिकों की मेहनत की कमाई साइबर अपराधियों के हाथों में जाने से रोकी जा सकेगी। उल्लेखनीय है कि इस सेंटर के लिए खर्च की राशि को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है, इसलिए जल्द ही इस सेंटर का काम पूरे जोर-शोर से शुरू हो जाएगा और योग्य युवाओं के लिए इसमें काम करने का अवसर भी उपलब्ध होगा।

