वडोदरा
मध्य गुजरात में एक बार फिर संदिग्ध चांदीपुरा वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारी चिंतित हैं। विशेष रूप से पंचमहल और दाहोद जिलों में “सैंडफ्लाई” मक्खी से फैलने वाली इस बीमारी ने बच्चों को अपनी चपेट में लिया है। वडोदरा के सयाजी अस्पताल में पिछले 15 दिनों में इस संदिग्ध बीमारी से 8 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 3 बच्चे अभी भी बाल चिकित्सा गहन चिकित्सा इकाई (PIC) में गंभीर हालत में भर्ती हैं। आज (5 जुलाई, 2025) दाहोद के एक एक वर्षीय बच्चे की सयाजी अस्पताल में इस संदिग्ध “सैंडफ्लाई” जनित बीमारी से मौत हो गई। अन्य तीन बच्चों में से दो का PIC में इलाज चल रहा है, जबकि एक बच्चे की हालत में सुधार होने पर उसे सामान्य वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है। सयाजी अस्पताल के बाल चिकित्सा विभाग की नोडल अधिकारी डॉ. आश्रुति ने बताया कि 20 जून से अब तक दाहोद और पंचमहल जिलों से 15 संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनमें बच्चों को संदिग्ध सैंडफ्लाई मक्खी के काटने के बाद इलाज के लिए लाया गया था। दुर्भाग्यवश, इन 15 मामलों में से 8 बच्चों की मौत हो चुकी है। सभी बच्चों के रक्त के नमूने गांधीनगर में जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि सटीक कारण का पता लगाया जा सके। यह भी गौरतलब है कि कल वडोदरा के सयाजी अस्पताल में पंचमहल जिले के 3 बच्चों की मौत एक्यूट वायरल इंसेफेलाइटिस (Acute viral encephalitis) के कारण हुई थी। यह वायरस तेज बुखार का कारण बनता है जिससे मस्तिष्क में सूजन आ जाती है। शुरुआती तौर पर ‘सैंडफ्लाई’ मक्खी से फैलने वाले चांदीपुरा वायरस की संभावना जताई गई थी, लेकिन 4 मामलों की जांच में तीन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जिससे अन्य संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है।

