‘राहगीर’ की पहचान और सम्मान के लिए बनेगी समिति
अहमदाबाद
गुजरात सरकार ने एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायी पहल की घोषणा की है, जिसके तहत सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की जान बचाने वाले लोगों को अब ‘राहगीर’ के रूप में सम्मानित किया जाएगा। ऐसे परोपकारी व्यक्तियों को राज्य सरकार द्वारा रु. 25,000 का नकद इनाम और एक प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। यह कदम सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों को आगे आकर मदद करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। यह नई योजना उन लोगों को पहचान और सम्मान प्रदान करेगी जो किसी दुर्घटना के बाद, बिना किसी देरी या झिझक के, पीड़ित की सहायता के लिए आगे आते हैं। अक्सर देखा जाता है कि सड़क दुर्घटनाओं के बाद लोग कानूनी झंझटों या अन्य परेशानियों के डर से घायलों की मदद करने से कतराते हैं। इस योजना को सुचारू रूप से लागू करने और सही व्यक्ति को ‘राहगीर’ के रूप में पहचानने के लिए जिला स्तर पर एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति पाँच सदस्यों से मिलकर बनेगी, जिसमें महत्वपूर्ण प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर, मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी , मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी शामिल होंगे। यह समिति दुर्घटना स्थलों पर ‘गोल्डन ऑवर’ (दुर्घटना के बाद का पहला घंटा जो जान बचाने के लिए महत्वपूर्ण होता है) के भीतर तत्काल सहायता प्रदान करने वाले व्यक्तियों की पहचान करेगी और उनके योगदान का मूल्यांकन करेगी। समिति की सिफारिशों के आधार पर ही ‘राहगीर’ को सम्मानित किया जाएगा।

