अहमदाबाद । आर्य समाज कांकरिया के ट्रस्टी व पूर्व प्रधान पूनमचंद नागर का 22 जून को देहावसान हुआ था, उनके आत्मा की सद्गति एवं चिरशांति के लिए आर्य समाज में शांति यज्ञ रखा गया। जिसमें शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे, स्वर्गीय पूनमचंद को श्रद्धांजलि देते हुए रोजड से आए हुए ब्रह्मचारी दिनेश ने कहा कि समाज के हितैषी व अनेक गुरुकुल के लिए सहयोग प्रदान करते रहे, रोजड स्थित वानप्रस्थाश्रम में भी उनका योगदान अतुलनीय रहा है। गुरुकुल महाविद्यालय आबू पर्वत के आचार्य स्वामी ओमानन्दजीने कहा कि गुरुकुलीय शिक्षा का महत्व सबको बताते थे, बहुत सारे विद्यार्थी उनके मार्गदर्शन में पढ़कर आज अच्छे पोस्ट पर लगे हैं , जाबाल राजस्थान में साइंस विभाग को जीवित रखने के लिए अनेक वर्षों तक चन्दा इकट्ठा कर भेजते रहे, उनका कहना था कि शिक्षा ही समाजको नई दिशा दे सकती हैं । डॉ. कमलेश शास्त्री, वेदबन्धु शर्मा, हरिश्चंद्र अग्निहोत्री कपिल भाई ओझाने भी अपनी ओर से शाब्दिक श्रद्धांजलि अर्पित किए। उनके द्वारा किए गए पुण्यकार्य श्रेष्ठ कार्य को आगे बढाने के विचार के साथ एवं अपने पिता के प्रति दिए गये उद्गार के से भाव विभोर हुए परिवारिक जनों ने आभार व्यक्त किया।

