- गुजरात मैरीटाइम यूनिवर्सिटी का प्रथम दीक्षांत समारोह
गांधीनगर । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रेरक आह्वान किया है कि मैरीटाइम सेक्टर में कॅरियर शुरू करने वाले युवा राष्ट्रहित एवं हमारी सामुद्रिक विरासत की प्रतिष्ठा के संवर्धन-संरक्षण के विचार के साथ कर्तव्यरत रहें। पटेल ने शनिवार को गुजरात मैरीटाइम यूनिवर्सिटी (जीएमयू) के प्रथम दीक्षांत समारोह में दीक्षांत वक्तव्य देते हुए कहा कि आज मैरीटाइम सेक्टर में अपार अवसर हैं और इस सेक्टर के लिए भारत बहुत तेजी से अग्रणी टैलेंट पूल सप्लायर बन रहा है। इतना ही नहीं; आज जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशाग्र नेतृत्व के कारण विश्व की अपेक्षाएँ भी भारत से बढ़ गई हैं, तब देश के मैरीटाइम सेक्टर को नई ऊँचाइयाँ पार करने का दायित्व इस सेक्टर में पदार्पण कर रही युवा शक्ति को निभाना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात को पोर्ट लेड डेवलपमेंट का केन्द्र बनाने के साथ पोर्ट तथा मैरीटाइम विरासत को आधुनिक ज्ञान कौशल्य से संवर्धित कर इस सेक्टर में वर्ल्ड क्लास ट्रेंड वर्कफोर्स उपलब्ध कराने के लिए गुजरात मैरीटाइम यूनिवर्सिटी की शुरुआत कराई थी। इस यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षांत समारोह में एलएलएम विद्या संकाय के 188 तथा एमबीए के 62 विद्यार्थियों को डिग्रियाँ प्रदान की गईं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इन विद्या संकायों में उत्कृष्टता के लिए 8 छात्राओं सहित कुल 13 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।पटेल ने जोड़ा कि गुजरात के पास 4 हजार वर्ष से अधिक पुरान पुरातन इतिहास तथा समुद्री विरासत वाला लोथल बंदरगाह है। प्रधानमंत्री ने ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र को चरितार्थ करने वाले लोथल में नेशनल मैरीटाइम हेरिटेज कॉम्प्लेक्स का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट कार्यरत किया है। gujaratvaibhav.com

