- पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार: गृह राज्यमंत्री
राजकोट
आज राजकोट में एक महत्वपूर्ण समारोह में नागरिकता संशोधन अधिनियम-2019 (CAA-2019) के तहत मूल पाकिस्तान के 185 नागरिकों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई। गृह राज्य मंत्री के हाथों आत्मीय यूनिवर्सिटी में इन 185 लोगों को भारतीय नागरिकता के अधिकार पत्र सौंपे गए। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री ने पाकिस्तान में हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध सहित अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, और माता-पिता को स्कूल जाने वाली बेटियों की वापसी की चिंता सताती रहती है। उन्होंने यह भी बताया कि आज नागरिकता प्राप्त करने वाले इन नए भारतीयों को भी अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ा होगा। आज नागरिकता प्राप्त करने वाले 185 लोगों में मोरबी में पिछले कई वर्षों से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को भी शामिल किया गया। यह पहल पाकिस्तान और अफगानिस्तान सहित पड़ोसी देशों के पीड़ित हिंदू, सिख और अन्य अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने की सरकार की नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
भारतीय नागरिकता का अधिकार प्राप्त करने वाली राजकोट की आशाबेन बेचरभाई ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “आज से मैं भारतवासी और भारत देश के परिवार का एक अनन्य हिस्सा बन गई हूँ। मुझे यहां की नागरिकता मिलने से बहुत खुशी हुई है। मैं अब सुरक्षा और सलामती महसूस करती हूँ, और आज से मैं भारतीय के रूप में पहचानी जाऊंगी, जिसकी मुझे बहुत खुशी है।”

