- अहमदाबाद सिविल अस्पताल में अब तक 204 अंगदान हुए
- सिविल अस्पताल अहमदाबाद में कुल 204 अंगदानों से 670 अंग प्राप्त हुए, जिसके माध्यम से 651 जरूरतमंदों को नया जीवन मिला: डॉ. राकेश जोशी
अहमदाबाद । सिविल अस्पताल में हुए लोगों में अंगदान के प्रति बढ़ती जागरूकता के परिणामस्वरूप अंगदान प्राप्त होने का अनुपात लगातार बढ़ रहा है। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में केवल 12 घंटे की छोटी अवधि में दो अंगदान प्राप्त हुए हैं। इन दो अंगदानों के बाद अंगदान का आंकड़ा 204 तक पहुंच गया है। सिविल सुपरिटेंडेंट डॉ. राकेश जोशी ने इन दो अंगदानों का विवरण देते हुए बताया कि पिछले 12 घंटों में सिविल अस्पताल में दो अंगदान हुए हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में अब तक कुल 204 अंगदानों से 670 अंग प्राप्त हुए, जिसके माध्यम से 651 जरूरतमंदों को नया जीवन मिला है। डॉ. जोशी ने आगे बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों के कारण लोग अब अंगदान के महत्व को वास्तव में समझने लगे हैं, जिसके कारण पिछले कुछ वर्षों में अंगदान का अनुपात बढ़ा है। पहले मामले में, अहमदाबाद के निर्णयनगर रानीप में रहने वाली 50 वर्षीय रतनबेन वाघेला का 2 अगस्त को जयमंगल बीआरटीएस बस स्टैंड के पास एक्सीडेंट हो गया था। सिर में चोट लगने के कारण उन्हें 108 के माध्यम से पहले सोला सिविल अस्पताल और फिर बेहतर उपचार के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल लाया गया। सिविल अस्पताल में दो दिन की गहन चिकित्सा के दौरान 4 अगस्त को सिविल के डॉक्टरों की टीम ने उनके परिजनों को बताया कि रतनबेन ब्रेन डेड हो चुकी हैं। सिविल अस्पताल में मौजूद उनके बेटे और अन्य परिजनों ने उनके अंगदान के माध्यम से किसी और का जीवन बचाने का नेक निर्णय लिया। रतनबेन के अंगदान से दो किडनी, एक लिवर, दो आंखें और एक त्वचा का दान प्राप्त हुआ। दूसरे मामले में, भाड़, पोरबंदर के निवासी 41 वर्षीय हाजाभाई को एक्सीडेंट में सिर में गंभीर चोट लगी थी। उन्हें पहले पोरबंदर सिविल अस्पताल और फिर राजकोट की एक निजी अस्पताल में उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल रेफर किया गया। 2 अगस्त को सिविल अस्पताल में भर्ती होने के बाद 48 घंटे से अधिक समय तक आईसीयू में उनकी गहन चिकित्सा की गई। लेकिन 4 अगस्त को उपचार के दौरान सिविल के डॉक्टरों की टीम ने उनके परिजनों को बताया कि हाजाभाई ब्रेन डेड हो चुके हैं। अस्पताल में मौजूद उनकी पत्नी सहित परिजनों ने भारी मन से भी अंगदान कर किसी और का जीवन बचाने का नेक निर्णय लिया। हाजाभाई के अंगदान से दो किडनी, एक लिवर और दो आंखों का दान प्राप्त हुआ। 12 घंटे की छोटी अवधि में हुए इन दो अंगदानों से प्राप्त चार किडनी और दो लिवर का प्रत्यारोपण सिविल मेडिसिटी कैंपस की किडनी अस्पताल में जरूरतमंद मरीजों में किया जाएगा। साथ ही प्राप्त चार आंखों का दान सिविल मेडिसिटी की एम एंड जे नेत्र अस्पताल द्वारा स्वीकार किया गया। अंगदान से प्राप्त एक त्वचा का दान सिविल अस्पताल की स्किन बैंक द्वारा स्वीकार किया गया, जिसका उपयोग अस्पताल में भर्ती जलने वाले मरीजों के उपचार में किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सिविल अस्पताल में अब तक 372 किडनी, 179 लिवर, 65 हृदय, 32 फेफड़े, 14 अग्न्याशय, दो छोटी आंत, 22 त्वचा और 142 आंखों का दान प्राप्त हुआ है।

